इंदौर : भाजपा की मध्य प्रदेश इकाई की अनुशासन समिति के एक प्रमुख पदाधिकारी ने बुधवार को कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के विधायक बेटे आकाश विजयर्गीय द्वारा यहां एक अधिकारी को क्रिकेट के बल्ले से सरेआम पीटने का मामला फिलहाल इस पैनल के सामने सुनवाई के लिए नहीं आया है. प्रदेश भाजपा की तीन सदस्यीय अनुशासन समिति के संयोजक और पार्टी के वरिष्ठ नेता बाबूसिंह रघुवंशी ने बताया कि आकाश से जुड़े हालिया विवाद (बल्ला कांड) का मामला फिलहाल हमारे सामने सुनवाई के लिए नहीं आया है.
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उन्होंने कहा कि अगर यह मामला हमारे सामने आयेगा, तो हम पार्टी के कायदे-कानून के मुताबिक सुनवाई करेंगे. उन्होंने प्रक्रिया की जानकारी देते हुए कहा कि आमतौर पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष पार्टी के अनुशासनात्मक मामलों में संबंधित लोगों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हैं. नोटिस का जवाब मिलने पर भाजपा की अनुशासन समिति ऐसे मामलों की सुनवाई करती है.
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गौरतलब है कि बल्ला कांड की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भाजपा के संसदीय दल की बैठक में पार्टी नेताओं को कड़े शब्दों में नसीहत दी थी. सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने इस बैठक में सख्त लहजे में कहा था कि बेटा किसी का भी हो, पार्टी में मनमानी नहीं चलेगी. मोदी की नसीहत के बाद अटकलें शुरू हो गयी थीं कि भाजपा आकाश के खिलाफ जल्द ही कोई अनुशासनात्मक कदम उठा सकती है.
गंजी कंपाउंड क्षेत्र के एक जर्जर मकान को ढहाने की मुहिम के विरोध के दौरान बुधवार को विवाद खड़ा हो गया था. इस दौरान स्थानीय भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय (34) ने नगर निगम के एक भवन निरीक्षक को क्रिकेट के बैट से पीट दिया था. आकाश भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं. वह बल्ला कांड में गिरफ्तारी के बाद जिला जेल से रविवार की सुबह जमानत पर रिहा हुए थे.