नयी दिल्ली : चुनाव के इस मौसम में निजी जासूसी एजेंसियों की बहुत मांग है. उम्मीदवार और विभिन्न राजनीतिक दल अपने प्रतिद्वंद्वियों के राज और उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने वाली जानकारियों का पता लगाने के लिए जासूसों की सेवाएं ले रहे हैं.
इस उद्योग से जुड़े लोगों ने बताया कि एजेंसियों को विरोधी खेमे की हर दिन की गतिविधियों और चुनावों के लिए वे क्या रणनीतियां बना रहे हैं, उनका पता लगाने का काम दिया है. जिन लोगों को टिकट नहीं दिये गये, वे भी इन जासूसी एजेंसियों की सेवाएं ले रहे हैं, ताकि उन लोगों के प्रचार अभियान को बर्बाद कर सकें जो चुनाव लड़ रहे हैं.