श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के बड़गाम जिले में बुधवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये. पुलिस ने बताया कि हथियार और गोला बारुद समेत संदेहास्पद सामग्री भी बरामद हुई है. पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, बड़गाम जिले में चदूरा के गोपालपुरा इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की विश्वसनीय सूचना के आधार पर मंगलवार और बुधवार की मध्यरात्रि को घेराबंदी की गई और खोज अभियान चलाया गया.
उन्होंने बताया कि जब खोज अभियान चल रहा था तो आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां चला दी. खोज दल ने भी जवाबी कार्रवाई की और इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई जिसमें दो आतंकवादी ढेर हो गये. उन्होंने बताया कि आतंकवादियों और उनके संगठन की पहचान की जा रही है. प्रवक्ता ने कहा, मुठभेड़ स्थल से हथियार और गोला बारुद समेत संदेहास्पद सामग्री बरामद की गई है. पुलिस ने मामला दर्ज किया है और मामले की छानबीन कर रही है.
गौरतलब हो दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में मंगलवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ के दौरान बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए सुरक्षा बलों ने खतरनाक हिज्बुल आतंकवादी हिलाल अहमद राठेर को मार गिराया.
राठेर ने पिछले साल लश्कर-ए-तैयबा के खतरनाक आतंकवादी नवीद जट को भगाने में मदद की थी. मुठभेड़ में सेना का एक जवान भी शहीद हो गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों के हमलों से अत्यंत प्रभावित पुलवामा जिले के रतनीपुरा में मुठभेड़ के दौरान राठेर (21) को मार गिराया गया.
इससे पहले जम्मू कश्मीर पुलिस को वहां आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिली थी. पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि सूचना के आधार पर सेना और सीआरपीएफ के साथ मिलकर पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया.
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तलाश अभियान चल ही रहा था कि आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी शुरू कर दी. सुरक्षा बलों ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया, जो बाद में मुठभेड़ में तब्दील हो गयी. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया, जिसका शव मौके से बरामद कर लिया गया.
पुलिस महानिरीक्षक (कश्मीर संभाग) स्वयं प्रकाश पाणि ने कहा, राठेर, लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी नवीद जट को श्रीनगर के अस्पताल से भगाने की साजिश का मुख्य आरोपी था. सभी कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद उसके शव को परिजन के सुपुर्द कर दिया गया.
12वीं पास राठेर का नाम सबसे पहले उस वक्त उजागर हुआ जब फरार जट को पकड़ने के लिये गठित विशेष जांच दल को यह पता चला कि राठेर ही इसका मुख्य साजिशकर्ता है. पिछले साल फरवरी में नियमित जांच के लिये एसएमएचएस अस्पताल गये जट को सुरक्षित छुड़ाने के लिये उसने अन्य आतंकवादियों के साथ मिलकर साजिश रची थी.
जट पिछले साल 28 नवंबर को मध्य कश्मीर के बडगाम जिले में पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था. प्रवक्ता ने बताया कि राठेर प्रतिबंधित हिज्बुल मुजाहिदीन से जुड़ा था और आतंकवादी हमलों का उसका लंबा इतिहास रहा है. इनमें सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर हमला और आम नागरिकों पर अत्याचार के मामले शामिल हैं.
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल से गोला बारुद सहित अन्य सामग्री बरामद हुई है. उन्होंने कहा, जांच के मकसद से इन सभी चीजों को रिकॉर्ड में ले लिया गया है. प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से दो सुरक्षाकर्मी भी घायल हो गये जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से एक जवान बलजीत सिंह ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. अन्य सैनिक का उपचार चल रहा है.