श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में मंगलवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन का एक आतंकवादी मारा गया जिसने पिछले साल यहां एक अस्पताल से लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर नवीद जट को भगाने में मदद की थी. मुठभेड़ में एक सैनिक भी शहीद हो गया और एक अन्य सैनिक घायल है.
पुलिस के एक प्रवक्ता ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने रात में दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में रतनीपुरा इलाके की घेराबंदी कर तलाश अभियान शुरू किया. इस बीच, आतंकवादियों के सुरक्षाबलों पर गोलीबारी करने से मुठभेड़ शुरू हो गयी. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया जिसका शव मौके से बरामद कर लिया गया है. प्रवक्ता ने बताया कि मारे गये आतंकवादी की पहचान हिलाल अहमद राठर के रूप में हुई है, जो पुलवामा जिले के बेगमबाग काकापुरा का निवासी था. उन्होंने बताया कि पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक राठर हिज्बुल मुजाहिद्दीन से जुड़ा था.
प्रवक्ता ने बताया कि सुरक्षा संस्थानों पर हमला करने और आमलोगों पर अत्याचर करने सहित राठर का आतंकी कृत्यों का लंबा इतिहास था. उन्होंने कहा, उसके खिलाफ एसएमएचएस अस्पताल परिसर में आतंकवादी हमला करने (जिसमें दो पुलिसकर्मी शहीद हो गये थे और पाकिस्तानी आतंकवादी नवीद जट उर्फ हंजला भाग निकला था) सहित कई आतंकी गतिविधियों में संलिप्त होने के मामले दर्ज थे. जट पिछले साल नवंबर में बडगाम में मुठभेड़ में मारा गया था.
प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेड़ स्थल से गोला बारूद सहित अन्य सामग्री बरामद हुई है. उन्होंने कहा, जांच के मकसद से इन सभी चीजों को रिकॉर्ड में ले लिया गया है. चिकित्सीय और कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद आतंकवादी का शव परिवार को सौंप दिया गया. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में दो सुरक्षाकर्मियों को भी गोलियां लगीं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. प्रवक्ता ने बताया कि इनमें से एक जवान बलजीत सिंह ने दम तोड़ दिया. वहीं, दूसरे सैनिक का इलाज जारी है.