नयी दिल्ली: शिरडी के साईं बाबा को लेकर विवादित बयान देने वाले द्वारिका पीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती एक बार फिर विवादों के घेरे में हैं. उन्होंने अपने पहले वाले बयान को सही करार देते हुए कहा कि विरोध करने वालों को मेरे समर्थक सबक सिखाएंगे. उन्होंने अपने समर्थकों के द्वारा अशांति फैलाने की चेतावनी दी है.इस मामले में उनके खिलाफ शिरडी में केस दर्ज कराया गया है. उनके खिलाफ धार्मिक भावना भड़काने का केस दर्ज किया गया है.
गौरतलब हो कि स्वामी स्वरूपानंद जी के शिरडी साईं बाबा पर विवादित बसान के बाद से विरोधप्रदर्शन जारी है.शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने हिन्दू-मुस्लिम एकता की मिसाल माने जाने वाले साईं बाबा के खिलाफ आज विवादित बयान दिया है. स्वरूपानंद ने साईं बाबा को भगवान मानने से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि साईं बाबा अगर हिन्दू-मुस्लिम एकता के प्रतीक हैं, तो उनकी पूजा मुसलमान क्यों नहीं करते हैं.
स्वामी स्वरूपानंद ने कहा कि साईं बाबा के नाम पर पैसे कमाने का धंधा किया जा रहा है.स्वरूपानंद ने साईं बाबा को न केवल भगवान मानने से इनकार किया बल्कि उनकी पूजा को भी गलत बताया है. उन्होंने कहा कि साईं बाबा की पूजा हिंदू-मुस्लिम धर्म को बांटने की कोशिश की जा रही है, इसके पीछे ब्रिटेन का हाथ है. उन्होंने कहा कि साईं बाबा का मंदिर बनाना भी गलत है.
इधर साईं बाबा ट्रस्ट के पूर्व चेयरमेन जयंत ससाने ने कहा कि स्वरूपानंछ का बयान निहायत ही गलत है, साईं बाबा ने किसी भी धर्म विशेष की बात नहीं की. शंकराचार्य के इस विवादित बयान से साईं बाबा पर आस्था रखने वालों को गहरा आघात लगेगा.