गुवाहाटी : असम गण परिषद के तीन मंत्रियों ने बुधवार को असम मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया. दो दिन पहले पार्टी ने नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर सरकार से समर्थन वापस ले लिया था.
कृषि मंत्री अतुल बोरा, जल संसाधन मंत्री केशव महंत और खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री फनीभूषण चौधरी ने यहां राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को अपना इस्तीफा सौंपा. बोरा ने पत्रकारों को यह जानकारी दी. लोकसभा में मंगलवार को बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के गैर मुस्लिमों को भारतीय नागरिकता देनेवाला विधेयक पारित होने से एक दिन पहले एजीपी ने भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. दिन में एजीपी के कार्यकारियों ने इस्तीफों और भविष्य के कदम पर चर्चा करने के लिए यहां पार्टी मुख्यालय में मुलाकात की.
बोरा ने बैठक के बाद पत्रकारों को बताया कि वह अपने-अपने इस्तीफे देने के बाद विधेयक के संबंध में पार्टी की भविष्य की रणनीति की घोषणा करेंगे. एजीपी ने केंद्र को प्रस्तावित विधेयक वापस लेने के लिए मनाने में नाकाम रहने के बाद राज्य सरकार से समर्थन वापस ले लिया था. एजीपी के समर्थन वापस लेने से सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्ववाली सरकार के भविष्य पर तुरंत कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उनके पास अब भी 74 विधायकों का समर्थन हासिल है. एजीपी के 126 सदस्यीय विधानसभा में 14 विधायक हैं. भाजपा के 61 विधायक हैं और पार्टी को बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के 12 विधायकों और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन हासिल है. विपक्षी दल कांग्रेस और ऑल इंडियन यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के क्रमश: 25 और 13 विधायक हैं.