सबरीमाला (केरल) : सबरीमाला मंदिर में सालाना मंडला पूजा के कुछ दिन पहले से ही सबरीमाला मंदिर में भगवान अयप्पा में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है. बताया जा रहा है कि सालाना मंडला पूजा से पहले शुक्रवार तक करीब एक लाख से अधिक श्रद्धालु पहाड़ी मंदिर पहुंच चुके हैं. हाल के दिनों में सबरीमाला मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ इसलिए भी बढ़ी है, क्योंकि पुलिस ने कुछ पाबंदियों में ढील दी है, लेकिन निषेधाज्ञा अभी भी लागू है.
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त्रावणकोर देवोस्वोम बोर्ड (टीडीबी) ने एक बयान में कहा कि शुक्रवार को 1,12,260 श्रद्धालु मंदिर पहुंचे और पूजा की. इस साल वार्षिक यात्रा शुरू होने के बाद यह श्रद्धालुओं की सबसे अधिक संख्या है. इसमें कहा गया है कि आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की भीड़ कई गुना बढ़ने की उम्मीद है.
हालांकि, इन खबरों को लेकर मंदिर के आसपास चिंता का माहौल है कि 50 महिलाओं का एक समूह रविवार को सबरीमाला का दौरा करने वाला है, जिसमें शामिल सभी महिलाओं की आयु 50 वर्ष से कम होगी, जो पारंपरिक रूप से मंदिर में प्रवेश के लिए निषिद्ध आयु समूह है. ये महिलाएं चेन्नई स्थित संगठन ‘मनिति’ के तत्वावधान में आने वाली हैं.
मनिति की सदस्य सेल्वी ने एक मलयाली टेलीविजन चैनल को बताया कि समूह में विभिन्न राज्यों की महिलाएं शामिल होंगी. इन राज्यों में तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, ओड़िशा, कर्नाटक और केरल शामिल हैं. उन्होंने कहा कि उन लोगों ने इस संबंध में केरल के मुख्यमंत्री पी विजयन कार्यालय को पहले ही पत्र लिख दिया है और पहाड़ी मंदिर के लिए चढ़ायी करने की योजना के बारे में सूचित कर दिया है.
पुलिस ने शनिवार को इसकी पुष्टि करते कहा कि महिला समूह भगवान अयप्पा मंदिर में पूजा करेगा, जहां सुप्रीम कोर्ट के मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश की अनुमति वाले आदेश को लागू करने को लेकर काफी विरोध देखने को मिला है. पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि सूचना के अनुसार समूह सुबह 10 बजे कोट्टायम पहुंचेगा. उन लोगों ने कोई विशेष सुरक्षा के लिए नहीं कहा है.
अधिकारी ने कहा कि जब वे आधार शिविर निलक्कल पहुंचेंगे और यदि कोई कानून एवं व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न होगी, तो हम तदनुसार निपटेंगे. शुक्रवार रात में आंध्र प्रदेश की 43 वर्षीय महिला जो कि श्रद्धालुओं के एक समूह के साथ पहुंची थी, उसे पुलिस ने बीच रास्ते से सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए वापस भेज दिया था. 41 दिवसीय व्रत के समापन की प्रतीक ‘मंडला पूजा’ भगवान अयप्पा मंदिर में 27 दिसंबर को होगी.