जयपुर से अंजनी कुमार सिंह
जयपुर के महारानी कॉलेज के ज्योति यादव बीएससी सेकेंड इयर बायोलॉजी की छात्रा हैं. कॉलेज के गेट पर ज्योति अपने एक अन्य मित्र मनीषा योगी के साथ गुपचुप खा रही हैं. वह पहली बार चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगी. मताधिकार को लेकर उनके अंदर अलग तरह की उत्सुकता है. आम मतदाताओं से अलग युवाओं के सवाल अलग होते हैं. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ज्योति कहती हैं कि नेता या पार्टी चुनावी घोषणा पत्र चुनाव के समय क्यों जारी करती है. चुनाव से पहले वादा कर मतदाता को प्रभावित करने की कोशिश क्यों की जाती है? इस पर चुनाव आयोग कार्रवाई क्यों नहीं करता है?
इन युवाओं के सवाल जानने के लिए कई सवालों के जवाब खुद खोजने पड़ते हैं. लड़कियों के सवाल के जवाब हैरान करने वाले होते हैं. एक लड़की ज्योति कॉलेज आती है. लेकिन वह जहां से आती हैं, वहां से कॉलेज की दूरी 35 किलोमीटर से अधिक है. सड़कें इतनी खराब है कि कई बार कॉलेज समय से नहीं पहुंच पाती है. उनके साथ कई लड़िकयां एक साथ बोल उठती है कि सरकार यदि सिर्फ सड़कें ठीक करा दें, तो उन जैसे हजारों लड़कियों का कल्याण हो जायेगा. मनीषा योगी बीए की छात्रा है और वह हीरापुर से आती है, उनके लिए भी यातायात और सड़क की सुविधा प्राथमिकता में है. बताती है कि हर साल सड़क बनती है, लेकिन अगले साल ही गड्ढे हो जाते हैं. नेशनल हाई वे को छोड़कर ग्रामीण क्षेत्रों में सड़के खस्ताहाल है.
कॉलेज गेट पर कई लड़कियां खड़े होकर अपने:अपने विचार व्यक्त करती है. मुन्नी बानो और अरीशा अली बीए उर्दू ऑनर्स की छात्रा हैं, बताती है, राजस्थान विकास नहीं कर रहा है. सभी दल सिर्फ घोषणा में व्यस्त है, जबकि सच्चाई यह है कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ने ही विकास के नाम पर कुछ नहीं किया है. नौजवानों की चिंता किसी भी दल को नहीं है. नहीं, तो कॉलेज में हॉस्टलों में सुविधा नहीं रहती? सरकारी स्कूल-कॉलेज की हालत इतनी खराब हो जाती..? यदि सरकार सिर्फ शिक्षा की स्थिति बेहतर कर दें, तो राज्य और देश की हालत वैसे ही बेहतर हो जायेगी.

इस चुनाव में युवा मतदाताओं के अहमियत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि राज्य के करीब पौने पांच करोड़ मतदाता में उम्मीदवारों के किस्मत का फैसला युवा मतदाता करेंगे. इनमें से बड़ी संख्या में ऐसे मतदाता भी हैं जो पहली बार वोट डालेंगे. भाजपा और कांग्रेस दोनों की नजर ऐसे ही युवा मतदाताओं पर है. कुल 4.74 करोड़ मतदाताओं में 2.81 करोड़ मतदाता ऐसे हैं जिनकी उम्र 39 साल तक है. ये आंकड़ा कुल मतदाताओं का 59 फीसदी है. लेकिन राजस्थान विधानसभा चुनाव में इस बार 18 से 19 साल की उम्र के 20 लाख से ज्यादा युवा अपने मताधिकार का पहली बार इस्तेमाल करेंगे. प्रदेश में सबसे ज्यादा जयपुर जिले में 1.79 लाख युवा मतदाता हैं.
राज्य में 4.76 करोड़ मतदाता है. इसमें से 2.48 करोड़ पुरुष और 2.28 करोड़ महिला मतदाता हैं. प्रदेश के कुल मतदाताओं में 18 से 19 वर्ष की आयु के 20 लाख 29 हजार 680 युवा मतदाता है जो पहली बार मतदान करेंगे. महारानी कॉलेज के ठीक सामने महाराजा कॉलेज है, उनके छात्र भी बस स्टैंड पर जमा हैं. ज्यादातर छात्र पहली बार वोट डालेंगे. सभी के मन में वोट देने काे लेकर उत्सुकता है. बीएससी पार्ट सेकेंड के अभय कुमार, बीएससी पार्ट वन के विष्णु मीणा आदि के विचार लगभग समान है. पहली बार मतदान करने वाले छात्रों का एक सुर में कहना है कि सरकार विकास के नाम पर दिखावा कर रही है. पूरे पांच साल क्या करती है?पिछली घोषणा पूरी नहीं हो पायी, और नयी घोषणा कर रही है.
ज्यादातर छात्रों का यही कहना है कि वह उन प्रत्याशियों को ही वोट देंगे, जिसमें विकास को लेकर विजन हो, चाहे वह किसी भी दल का हो. अभिनव, पंकज, सुनील, उपेंद्र, मनीष, युनूष, अमित जैसे दर्जनों छात्र अलग-अलग जाति,धर्म और संप्रदाय से हैं, लेकिन सभी की प्राथमिकता वेसे उम्मीदवार को वोट देने की है, जो विकास को प्राथमिकता दे. उनके लिए पार्टी से ज्यादा काम करने वाले उमीदवार बेहतर है जो विकास करें.