छतरपुर (मध्यप्रदेश) : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी के पुत्र नितिन चतुर्वेदी ने कांग्रेस से बगावत कर गुरुवारको समाजवादी पार्टी से अपना नामांकन पत्र मध्यप्रदेश की बुंदेलखंड क्षेत्र की राजनगर विधानसभा सीट से दाखिल कर दिया.
नितिन चतुर्वेदी ने अपने पिता सत्यव्रत चतुर्वेदी एवं अपने हजारों समर्थकों के समक्ष राजनगर सीट से नामांकन भरा. इस दौरान कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने मीडिया को बताया, मैंने कांग्रेस नहीं छोड़ी है, लेकिन अगर कांग्रेस ने लगातार 15 सालों तक कोई गलती की और उस गलती को बार-बार दोहराया जा रहा है तो अन्याय करना जितना बड़ा पाप है, अन्याय सहना भी उतना ही बड़ा पाप है. उन्होंने आगे कहा, इसलिए इस अन्याय के खिलाफ मेरे बेटे ने यह फैसला लिया कि वह जनता की अदालत में जायेगा और जनता से फैसला मांगेगा कि वो क्या कहती है. समाजवादी पार्टी में पुत्र के जाने और प्रचार के सवाल पर सत्यव्रत ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय उसका स्वयं का है, वह बालिग है. दो बच्चों का पिता है. जितना सहयोग पुत्र के लिए हो सकता है पूरा सहयोग करूंगा. मैं छुप-छुप कर राजनीति नहीं करता.
इस मौके पर नितिन चतुर्वेदी ने दो टूक शब्दों में कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व पर जमीनी कार्यकर्ताओं की उपेक्षा के आरोप लगाये. उन्होंने साफ किया यह निर्णय मेरा है कि मैं समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ूं. उलेखनीय है कि प्रदेश कांग्रेस के पूर्व सह सचिव नितिन चतुर्वेदी ने कांग्रेस से राजनगर विधानसभा सीट से टिकिट मांगा था. यहां पर वर्तमान में राज परिवार के विक्रम सिंह कांग्रेस के विधायक हैं और कांग्रेस ने उन्हें ही अपना प्रत्याशी बनाया है. इस विधानसभा सीट से भाजपा ने अरविंद पटेरिया को प्रत्याशी बनाया है, जिसके विरोध में भाजपा के लोगों ने प्रदर्शन किया.