नयी दिल्ली : गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि भारत अपनी विविधताओं के लिए जाना जाता है और लौह पुरूष सरदार वल्लभ भाई पटेल ने यह सुनिश्चित किया था कि देश अपनी इसी विशेषता के साथ एक सूत्र में बंधा रहे. सिंह ने पटेल की 143 वीं जयंती के अवसर पर ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखा कर रवाना करने के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री मजबूत भारत बनाने और इसे एकजुट रखने के देश के प्रथम गृह मंत्री के उद्देश्य को पूरा करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘सरदार पटेल भारत की एकता के प्रतीक हैं. उन्होंने देश की 562 रियासतों को देश में मिलाने का काम केवल 70 दिन की छोटी सी अवधि में और वह भी बिना किसी खूनखराबे के किया.’ पटेल की खूबियों का जिक्र करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि पटेल को यह सफलता उनके राजनीतिक कुशाग्रता, अतुलनीय उत्साह और दूरदृष्टि के कारण मिली अन्यथा हमें इस स्थानों पर वीजा और पासपोर्ट के साथ जाना पड़ता. सिंह ने कहा वह पटेल ही थे जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि देश विभिन्न धर्मों, भाषाओं और संस्कृति जैसी अपनी विशेषताओं के साथ एकता के सूत्र के बंधा रहे.
उन्होंने कहा कि देश के प्रथम गृह मंत्री ने भारत भर में राष्ट्रवाद की भावना जगाई और वह सबको साथ लेकर प्रगति के रास्ते पर चलने में विश्वास करते थे. सिंह ने कहा, ‘‘पटेल ने ऐसे भारत का स्वप्न देखा था जो हमेशा ताकतवर और एकजुट रहे. हमारे प्रधानमंत्री सब को साथ लेकर उसी दिशा में काम कर रहे हैं.’ गृह मंत्री ने अपने संबोधन में गुजरात में सरदार वल्लभ भाई पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का भी जिक्र किया. दौड़ शुरू करने के पहले सिंह ने राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई. इसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लिया. यहां मेजर ध्यान चंद स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री हर्षवर्धन, आर के सिंह, राजवर्धन सिंह राठौर, हरदीप पुरी, दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल, केन्द्रीय गृह सचिव राजीव गौबा के साथ अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे.