नयी दिल्ली : उच्चतम न्यायालय ने जिस वकील की याचिका पर केंद्र से राफेल सौदे की प्रक्रिया की जानकारी मांगी है, उन्होंने शुक्रवार को सीबीआई से संपर्क कर लड़ाकू विमान सौदा मामले में प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया है. न्यायालय ने सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट मांगते हुए यह स्पष्ट किया था कि उसे कीमत और तकनीकी से जुड़ी सूचना नहीं चाहिए.
सीबीआई को दी गयी शिकायत में वकील एमएल शर्मा ने सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निरोधी कानून की धारा 409 (लोक सेवक द्वारा आपराधिक विश्वासघात), 420 (धोखाधड़ी) और 120-बी (आपराधिक षड्यंत्र) में मामला दर्ज करने का अनुरोध किया है. शर्मा की शिकायत से कुछ ही दिन पहले पूर्व केंद्रीय मंत्रियों यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी तथा कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने भी राफेल लड़ाकू सौदा मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए सीबीआई में शिकायत दी है.
यह सौदा भारत और फ्रांस के बीच हुआ है. भारत ने उड़ान भरने के लिए तैयार हालत में और पूर्ण रूप से तैयार 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने का सौदा फ्रांस के साथ किया है.