भोपाल : देश में राजनीतिक तौर पर जोर पकड़े पकौड़ा विवाद के बाद अब केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गुरुवार को आमजन को सलाह देते हुए कहा कि यदि कोई सही दिशा में सोचे तो अचार और मुरब्बा बेचकर भी अपनी तकदीर बना सकता है. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने गुरुवार को यहां प्रदेश भाजपा कार्यालय में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि सिर्फ पकौड़े नहीं, अचार औऱ मुरब्बा बनाना भी रोजगार है. राजस्थान में मेरे एक दोस्त की पत्नी मुद्रा से लोन लेकर अचार-मुरब्बा बनाकर दो करोड़ रुपये का कोराबार कर रही हैं. मंत्री ने यह बात पकौड़े बेचकर रोजगार पैदा करने के संबंध में पूछे गये एक सवाल पर कही.
इसे भी पढ़ें : ‘हम पकौड़ा नहीं बेचेंगे’ की तख्तियां लेकर बेरोजगार छात्रों का आरा स्टेशन पर कब्जा, कई ट्रेनें प्रभावित
केन्द्रीय मंत्री ने कहा,कि आप पकौड़े की बात कर रहे हैं. मैं अचार की बात बताता हूं. मेरे एक मित्र हैं. साधारण कार्यकर्ता हैं. उनकी जो पत्नी हैं, उनके हाथ में भगवान का दिया जादू है. वो ऐसा अचार और मुरब्बा बनाती हैं कि कोई आदमी दो रोटी खाता है, तो पांच के बिना नहीं रुकेगा. मैंने कहा कि व्यावसायिक उत्पादन करो. उनको मुद्रा से लोन मिला, तो दो साल में उनका कारोबार दो करोड़ रुपये को पार कर गया और एक ब्रांड बना. ऐसे हजारों उदाहरण हैं.
उन्होंने दावा किया कि केंद्र में भाजपा सरकार आने के बाद देश में रोजगार के अवसर बढ़े हैं तथा देश में 14 करोड़ लोगों को मुद्रा बैंक के लोन मिले हैं. शेखावत ने मीडिया को नसीहत देते हुए कहा कि अगर जिम्मेदारी के साथ सोचना शुरू करें, तो वो भी उनकी तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस संबोधित करेंगे. उन्होंने कहा कि मीडिया को साढ़े सात करोड़ शौचालय में सिर्फ वो ही शौचालय दिखते हैं, जिनमें किसी गरीब ने बेटी की शादी का सामान रख लिया है. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री ने कहा कि खरीफ की फसलों पर केंद्र सरकार के फैसले से किसानों के घर बुधवार को दिवाली मनी है.
हालांकि, केंद्रीय मंत्री का अचार और मुरब्बा बेचकर रोजगार बनाने का सुझाव यहां कांग्रेस को रास नहीं आया. मध्यप्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि मंत्री का बयान पूरी तरह से गैर-जिम्मेदाराना है. युवाओं को हर साल दो करोड़ रोजगार देने का वादा करने वाली केंद्र सरकार के वह मंत्री हैं और अब उनको पकोड़े, और अचार-मुरब्बे बेचने की सलाह दे रहे हैं. यह युवाओं के साथ एक मजाक है.
वहीं, भाजपा के केंद्रीय मंत्री के बयान का बचाव करते हुए प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा कि हमारी दादी और नानी की विधियों से तैयार अचार के जरिये बहुराष्ट्रीय कंपनियां लाखों डॉलर कमा रही हैं. यदि हमारी सरकार युवाओं और महिलाओं को इस दिशा में प्रोत्साहित कर रही है, तो कांग्रेसजनों को क्या परेशानी है.