-प्रधानमंत्री ने 48 महीनों में किये 41 विदेश दौरे, 165 दिन रहे बाहर
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेशी दौरे हमेशा से विपक्षी दलों के निशाने पर रहे हैं. उनके हर दौरे पर विपक्षी दल सवाल जरूर उठाते हैं और अब आरटीआई के तहत जो खुलासा हुआ है, उससे तो विपक्षी दलों के उन पर निशाना साधने का नया हथियार मिल गया है. 41 विदेशी दौरों में उन्होंने 52 देशों की यात्रा की, जिसमें 355 करोड़ रुपये खर्च हुए. एक आरटीआई के जवाब में पीएमओ ने इसकी जानकारी दी है.
कार्यकर्ता भीमप्पा गडड द्वारा दायर आरटीआइ में पीएमओ ने यह भी बताया कि इन यात्राओं के दौरान पीएम मोदी करीब 165 दिनों के लिए विदेश में रहे. आरटीआई में मिली जानकारी के मुताबिक, सरकार ने पीएम की नौ दिवसीय त्रिकोणीय यात्रा (फ्रांस, जर्मनी और कनाडा) पर 31,25,78,000 रुपये खर्च किये, जो कि एक ही यात्रा पर खर्च की गयी उच्चतम राशि है.
सात दौरों का बिल आना बाकी
खास बात यह है कि प्रधानमंत्री ऑफिस (पीएमओ ) की वेबसाइट पर भी प्रधानमंत्री मोदी के अब तक के कार्यकाल (48 महीने) के दौरान विदेश दौरे की जानकारी उपलब्ध है. पीएमओ की वेबसाइट के अनुसार इन यात्राओं में 30 यात्रा चार्टर्ड फ्लाइट के जरिये की गयी और इसका भुगतान भी कर दिया गया, जबकि इस साल फरवरी से जून तक के 7 विदेशी दौरों का बिल अभी नहीं मिला है, जिस कारण भुगतान नहीं किया गया. शेष 5 यात्राएं भारतीय वायुसेना बीबीजे एयरक्रॉफ्ट के जरिये की गयी.
मोदी का सबसे महंगा दौरा
मोदी का सबसे महंगा विदेशी दौरा अप्रैल 2015 में रहा जब वे यूरोप के बाद कनाडा के दौरे पर गये जिसमें वह फ्रांस और जर्मनी के बाद कनाडा गये थे और इस दौरान सवा 31 करोड़ (31,25,78,000) रुपये खर्च हुए. उनका सबसे सस्ता विदेशी दौरा भूटान का रहा जब वे बतौर प्रधानमंत्री अपने पहले विदेशी दौरे पर गये. इस दौरे पर सरकार ने 2 करोड़ 45 लाख 27 हजार 465 रुपये खर्च किये. मोदी ने भूटान का दौरा 15-16 जून, 2014 को किया था.