नीदरलैंड के प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री मार्क रूटे भारत दौरे पर हैं. विषम भौगोलिक स्थिति होने के बावजूद नीदरलैंड की गिनती दुनिया में एक कामयाब और खुशहाल देशों में होती है. पूरे देश का एक चौथाई हिस्सा समुद्रतट के नीचे है. वहीं पचास प्रतिशत हिस्सा समुद्रतट से मात्र एक मीटर ऊंचाई पर स्थित है. नीदरलैंड न सिर्फ एक विकसित देश हैं. बल्कि मानव विकास सूचकांक से लेकर तमाम मानकों में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ देशों में शुमार है.
वर्ष 1853 में बाढ़ की वजह से नीदरलैंड का करीब 1,50,000 हजार हेक्टेयर जमीन पानी में डूब गया. वहीं 1863 लोगों की जान चली गयी. इसके बाद से सरकार ने डैम, जलमार्ग, पानी निकलने का फाटक और तटबंध जैसे कई उपाय किये. शानदार डिजाइन, वाइंड मिल, फूलों, नाइट लाइफ और बेहतरीन वास्तुकला के लिए यह देश यूरोप में अलग पहचान रखता है. जिस देश का अधिकतर हिस्सा समुद्रतट के नीचे हो, वहां के लोग मजबूरी वश जीने का तरीका भी जान लेते हैं. इन्हीं विषम परिस्थितियों की वजह से नीदरलैंड अपने बेहद खास डिजाइन और आर्किटेक्ट के लिए दुनिया में पहचान बना चुका है.
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यहां साइकलिंग की रिवाज है. पूरे देश भर में 32000 किलोमीटर साइकलिंग का रास्ता बना हुआ है. यही वजह है कि जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीदरलैंड गये थे तो उन्हें साइकिल गिफ्ट किया गया था. आमतौर पर नीदरलैंड में आपको कैफे मिल जायेंगे. ये कैफे ड्रिकींग से ज्यादा बातचीत के लिए प्रसिद्ध हैं. ज्यादातर कैफे के आउटडोर टैरेस हैं.
एम्सटर्डम की मिट्टी ऐसी है जहां कंक्रीट के बिल्डींग बनाना आसान नहीं होता. घर बनाने के लिए लकड़ी को 12 मीटर अंदर तक घर बनाना पड़ता है.