नयी दिल्ली :त्रिपुरा के मुख्यमंत्री इन दिनों अपने विवादित बयानों को लेकर खासे चर्चित हो गये हैं, इसी क्रम में उन्होंने गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के बारे में एक अटपटा बयान दे दिया है. बिप्लव देव ने गुरुदेव की जयंती के मौके पर कहा कि उन्होंने अंग्रेजों का विरोध करते हुए नोबेल पुरस्कार लौटा दिया था, जबकि सच्चाई यह है कि रवींद्र नाथ टैगोर ने जलियावाला बाग हत्याकांड के विरोध में ब्रिटिश सरकार द्वारा दिये गये खिताब उपाधि ‘नाइटहुड’ को लौटा दिया था.
इससे पहले बिप्लव देव यह कहकर विवादों में आ गये थे कि महाभारत काल में इंटरनेट और सेटेलाइट उपलब्ध थे. उन्होंने कहा था कि यह वह देश है, जिसमें महाभारत के दौरान संजय ने हस्तिनापुर में बैठकर धृतराष्ट्र को बताया था कि कुरुक्षेत्र के मैदान में युद्ध में क्या हो रहा है. संजय इतनी दूर रहकर आंख से कैसे देख सकते हैं, सो, इसका मतलब है कि उस समय भी तकनीक, इंटरनेट और सेटेलाइट था.
