नयी दिल्ली : कांग्रेस और कई अन्य विपक्षी पार्टियों ने विपक्षी दलों की तुलना‘ सांप, कुत्ते- बिल्ली’ से करने पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की गुरुवार को निंदा करते हुए कहा कि वह राजनीतिक चर्चा को एक‘‘ नये निचले स्तर” पर ले गये है. भाकपा और तृणमूल कांग्रेस ने भी शाह के बयान पर निशाना साधते हुए कहा कि कोई भी सत्तारूढ़ राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष से इस तरह के बयान की अपेक्षा नहीं रखता है.
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि अमित शाह की टिप्पणियां‘ शर्मनाक’ हैं. यह उनकी मानसिकता दर्शाती है. वे बार- बार राजनीतिक चर्चा को निचले से निचले स्तर तक घसीट कर ले गये हैं. यह शर्मनाक है. हम उनसे और क्या उम्मीद कर सकते. यह उनके डीएनए में है.
शाह ने भाजपा के स्थापना दिवस पर मुम्बई में एक रैली में कहा था, ‘‘2019 ( चुनाव) के लिए उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. विपक्षी एकजुटता की कोशिश हो रही है. जब भारी बाढ़ आती है तो सब कुछ बह जाता है. केवल एक वटवृक्ष बचता है और बढ़ते पानी से खुद को बचाने के लिए सांप, नेवला, कुत्ते और बिल्लियां और अन्य जानवर साथ आ जाते हैं.” उन्होंने कहा था, ‘‘ मोदी बाढ़ के कारण सभी बिल्ली- कुत्ते, सांप और नेवला मुकाबला करने साथ आ रहे हैं.”
कांग्रेस के संचार प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि शाह अपने राजनीतिक विरोधियों को कुत्ते और बिल्ली समझते है और यह उनके अहंकार के कारण है जो उनके दिमाग तक पहुंच गया है. भाकपा नेता डी राजा ने कहा कि एक राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष से कोई भी इस तरह की भाषा की उम्मीद नहीं करता है. उन्होंने कहा,‘‘ वह राज्यसभा के भी सदस्य हैं और उन्हें पता होना चाहिए कि हम सभी लोकतांत्रिक पार्टियां है. इस देश के लोग उन्हें कड़ा जवाब देंगे.”
तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि उन्होंने( शाह) ‘‘ खराब भाषा” का इस्तेमाल किया है. उन्होंने कहा,‘‘ बेशक हम राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं, क्या हमकिसी सत्तारूढ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से ऐसी भाषा की उम्मीद कर सकते हैं? मूल शिष्टाचार? पूछने के लिए बहुत कुछ है?” नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया,‘‘ क्या भाजपा अध्यक्ष ने माननीय प्रधानमंत्री की प्राकृतिक आपदा से तुलना की?”

