नयी दिल्ली : इराक के मोसुल में मारे गये लोगों के प्रत्येक परिवारवालों को केंद्र सरकार ने 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है.
इराक की राजधानी बगदाद से 38 भारतीयों के अवशेष लेकर विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह सोमवार को स्वदेश पहुंचे थे. इसके बाद संवाददातासम्मेलन में वीके सिंह ने मारे गये 38 भारतीयों के परिवारवालों को मुआवाजा देने का आश्वासन दिया था. पीड़ित परिवारवालों की मांग को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रत्येक परिवार को 10-10 लाख मुआवजे की घोषणा की है. वहीं, इससे पहले पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने भी प्रत्येक पीड़ित परिवार को पांच लाख रुपये की सहायता देने का ऐलान किया था.
इराक में काम करने गये 39 भारतीयों की मोसुल में आतंकी संगठन आईएसआईएस ने हत्या कर दी थी. जिसके बाद सरकार ने इनके मौत की घोषणा पिछले महीने 20 मार्च में की थी. जिसमें विदेश मंत्रालय ने कहा था कि सरकार ने पूरी कोशिश की, लेकिन बचा नहीं पाये. वीके सिंह के नेतृत्व में बगदाद से भारत लायेगये 38 भारतीयों के अवशेष को उनके परिजनों को सौंप दिया गया है.
इराक में मारे गये लोगों के परिवारवालों की नौकरी के सवाल पर वीके सिंह ने सोमवार को कहा था कि हर परिवार के एक सदस्य को उनकी शिक्षा के मुताबिक नौकरी दी जायेगी. इसके लिए सभी के बायोडेटा भी मंगाये गये हैं. सरकार ने कहा कि मारे गये 39 में से 38 लोगों के डीएनए बहुत मुश्किल से मैच हुए, उसके बाद ही उनके अवशेषों को भारत लाया गया. बता दें कि 39 में से 27 मृतक पंजाब के थे, चार हिमाचल प्रदेश से, दो पश्चिम बंगाल से और छह बिहार के रहनेवाले थे. पंजाब सरकार की ओर से मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को एयरपोर्ट पर इन अवशेषों को लेने की जिम्मेदारी सौंपी गयी थी.