नयीदिल्ली:नयी तमिल फिल्म मर्सल में जीएसटी पर टिप्पणी को लेकर उठे विवाद में शामिल होते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि वह इस मामले में हस्तक्षेप कर तमिल गौरव का विमुद्रीकरण नहीं करें. जीएसटी एवं डिजीटल लेनदेन पर की गयी टिप्पणी के कारण विजय अभिनीत तमिल फिल्म मर्सल विवाद में आ गयी है. जानकारी के अनुसार, इस फिल्म में जीएसटी एवं डिजिटल पेमेंट की डायलोग के जरिये आलोचना की गयी है. भाजपा की तमिलनाडु इकाई की प्रमुख टी सुंदरराजन ने कहा था, जीएसटी (वस्तु एवं सेवाकर) के बारे में मर्सल में गलत संदर्भ दिया गया है…विख्यात हस्तियों को जनता के बीच गलत सूचनाएं दर्ज करवाने से परहेज करना चाहिए. भाजपा ने जीएसटी के बारे में टिप्पणियों को फिल्म से हटाने की मांग की है.
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ए राजा ने कहा है विजय जोसेफ के लिए मोदी के नफरत ही फिल्म मर्सल है. राजा ने अभिनेता के ईसाई होने काेभी इंगित किया है. उन्होंने फिल्म में विजय के उस डायलोग का उल्लेख किया जिसमें कहा गया है कि बीते 20 सालों में 17, 500 चर्च, 9700 मसजिद एवं 370 मंदिर बने. राजा ने सवाल उठाया है कि इसमें अस्पताल का क्यों नहीं उल्लेख किया जाना चाहिए.
इस विवाद पर राहुल गांधी ने आज ट्वीट कर कहा, श्रीमान (नरेंद्र) मोदी सिनेमा तमिल संस्कृति एवं भाषा की सशक्त अभिव्यक्ति है. मर्सल में हस्तक्षेप कर तमिल गौरव का विमुद्रीकरण मत करिए. कांग्रेस के एक अन्य वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने भी इस फिल्म को लेकर सरकार पर तंज किया. उन्होंने ट्वीट कर कहा, फिल्म निर्माताओं को नोटिस : कानून आने ही वाला है, आप केवल सरकार की नीतियों की सराहाना करने वाले वृत्त चित्र बना सकते हैं. उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, भाजपा मर्सल में संवाद निकालने को कह रही है. कल्पना करिए कि आज पराशक्ति रिलीज हुई होती.
उल्लेखनीय है कि कल अभिनेता कमल हसन ने भी ट्वीट कर फिल्म का समर्थन किया था. उन्होंने कहा था कि मर्सल सर्टिफाइड फिल्म है. उसे पुन: सेंसर करने की जरूरत नहीं है.