नयी दिल्ली : अगले40 घंटे मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में बड़ा फेरबल होनेवाला है. रविवार की सुबह10बजे राष्ट्रपति भवन में शपथ ग्रहण समारोह है और इसके लिए राष्ट्रपतिभवन को सरकार की ओर से सूचितकर दिया गया है. राजीव प्रताप रूडी, उमा भारती, फग्गनसिंह कुलस्ते,संजीव बलियान और महेंद्र नाथ पांडेय का कैबिनेटसे इस्तीफा हो चुका है. कुछ और मंत्री अगलेएकदिन में पदछोड़ सकते हैं. वहीं, कैबिनेट में नये चेहरेभी शामिल किया जाना है. कैबिनेट में भाजपा फिर से अपने मित्रबने नीतीश कुमार की पार्टी जदयू को भी जगह देगी. चर्चा है कि नीतीश की पार्टी के कम से कम दो लोग कैबिनेट में शामिल होंगे.
हालांकि लोकसभा में नीतीश के पास दो ही सांसद हैं और राज्यसभा में उनके पास दस सांसद हैंजिनमें शरद यादव व अली अनवर बागी हो गये हैं. निचले सदन में कम संख्या होने के बाद भी इस स्तर का महत्व मिलने से भाजपा की एक पुरानी सहयोगी शिवसेना नाराज हो गयी है. शिवसेना के लोकसभा में 18 सांसद हैं. शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे चाहते हैं कि उनकी पार्टी को केंद्रीय कैबिनेट में उचित प्रतिनिधित्व मिले या फिर महाराष्ट्र में गृह मंत्रालय दे दिया जाये, जो अभी वहां के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पास है. दरअसल, एक लंबी योजना के तहत मोदी-शाह जदयू को अधिक महत्व देने के मूड में हैं ताकि नीतीश के उदार, ईमानदार चेहरे का अगले लोकसभा चुनाव में लाभ हासिल किया जा सके.
19 अगस्त को जदयू ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक मेंएनडीएमें शामिल होने का निर्णय लिया था, उसके बादयहपक्का हो गया थाकिइसपार्टी को अब केंद्र में भी जगह मिलेगी.जदयूकीओर से राज्यसभा सांसद रामचन्द्र प्रसाद सिंह व पूर्णिया के सांसद संतोष कुमार कुशवाहा को मंत्री बनाने की चर्चा है. संतोष को मीडिया उपेंद्र कुशवाहा के काट के रूप में भी देख रहा है.