नयी दिल्ली/श्रीनगर : सोमवार को सावन के पहले दिन जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ श्रद्धालुओं पर हुए हमले के बाद बनी परिस्थितियों में नरेंद्र मोदी सरकार कश्मीरियों की खूब तारीफ कर रही है. ऐसे में इस तारीफ के मायने भी तलाशे जा रहे हैं. इस आतंकी हमले में पांच महिला सहित सात श्रद्धालुओं की मौत हो गयी थी और वे सभी गुजरात के रहने वाले थे. इस हमले पर नरेंद्र मोदी सरकार के पूरे स्टैंड का दो अहम पहलू हैं – एक तो सरकार व उसकी एजेंसियों ने कहा कि जिस बस पर हमला हुआ वह अमरनाथ यात्रा के लिए तैनात सुरक्षा दस्ते के घेरे में नहीं थी और उसका रजिस्ट्रेशन भी नहीं हुआ था. दूसरा इस हमले के बाद सरकार के बड़े चेहरे राजनाथ सिंह से लेकर दूसरे मंत्री तक कश्मीर के लोगों की खूब तारीफ कर रहे हैं और इसे कश्मीरियतकीतरोताजगी बता रहे हैं. ध्यान रहे कि कश्मीर संकट में उलझे राजनाथ सिंह पहले भी वाजपेयी के नारे जम्हूरियत, इंसानियत और कश्मीरियत के जरिये समस्या का समाधान निकालने का दावा श्रीनगर दौरे के दौरान कर चुके हैं.
आज इस मुद्दे पर मीडिया से रू-ब-रू हुए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि इस पूरे मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं नजर रखे हुए हैं. उन्होंने राजनाथ सिंह के उस स्टैंड की तारीफ की, जिसमें उन्होंने कश्मीर के लोगों कीजमकरप्रशंसा की थी. जितेंद्र सिंह ने जम्मू कश्मीर के लोगों द्वारा बीते 25 साल में दिखाये जाने वाले लचीलापन के लिए भी उनकी तारीफ की. वहीं, केंद्रीयगृहराज्य मंत्री हंसराज अहीर ने कहा – हम सुरक्षा की समीक्षा करेंगे और चूक हुई है तो उसे दूर करेंगे. उन्होंने कहा कि यात्रा निर्भीक व उत्साहपूर्ण ढंग से जारी रहेगी. उन्होंने उन उपायों के बारे में भी बताया जो सुरक्षा के लिए किये गये हैं और घायलों के इलाज के लिए की गयी व्यवस्था के बारे में भी बताया. इन दोनों मंत्रियों ने आज श्रीनगर में गवर्नर, सीएम, सीएस व पुलिस के बड़े अफसरों से मुलाकात व वार्ता की और इसके बाद यह बयान दिया. अहीर ने कहा कि भारत सरकार व राज्य सरकार इस मामले पर गंभीर है. उन्होंने कहा कि 30 सालों से सरकार यहां फाइट कर रही है और इसी के कारण सुरक्षा का यह बंदोबस्त किया गया है. उन्होंने कहा कि पिछले सालों से यहां अधिक तैयारी है. उन्होंने कहा कि देर रात तक गश्ती चलेगी और सुरक्षा को और चाक-चौबंद करने का प्रबंध किया गया है.
अहीर ने बताया कि आज सुबह हम उस जगह गये जहां से अमरनाथ यात्रा निकलती है, लोगों के चेहरे पर उत्साह व खुशी थी, सुरक्षा चाक-चौबंद थे. उन्होंने कहा कि हमने सभी से बात की. उन्होंने इस मामले को हैंडल करने के लिए सीएम महबूबा मुफ्ती की तारीफ की और कहा कि इससे पूरा देश प्रभावित है कि एक सीएम अपनी जिम्मेवारी को कैसे निभाता है.
#WATCH Live Via ANI FB : MoS PMO Dr Jitendra Singh and MoS Home Hansraj Ahir brief the media in Srinagar https://t.co/3mo97GWqBv pic.twitter.com/Vg5UqSsAUk
— ANI (@ANI) July 12, 2017
राजनाथ ने कश्मीरियों पर क्या कहा था?
राजनाथ सिंह नेकल कहा था कि इस आतंकी हमले से बहुत तकलीफ हुई है. घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण थी. लेकिन, मैं अभिनंदन करना चाहता हूं, कश्मीर की जनता को सैल्यूट करना चाहता हूं. कायरना हमला को कंडेम करना चाहता हूं, कश्मीर के समाज के सभी सेक्शन ने इसे कंडेम किया है. कश्मीरियत की तरोताजगी आज भी वहां के लोगों ने बरकारर रखी है. किसी ने हमले की सराहना नहीं की है. वह जो हमला हुआ है, वह आतंकियों का हमला था. समाज के सभी सेक्शन ने इसकी निंदा की है. इससे मेरे हौसेले की अफजाई हुई है. उन्होंने कहा कि कश्मीर में किसी ने इसका समर्थन नहीं किया.
क्या इससे बोये जा सकेंगे सौहार्द्र के बीच?
पिछले साल आठ जुलाई को आतंकी बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर अशांत है. केंद्र सरकार, राज्य सरकार और कुछ अन्य लोगों द्वारा किये गये प्रयास के बावजूद कश्मीर में शांति बहाल नहीं हो सकी है. मोदी सरकार के अालोचक आतंरिक मोर्चे परइसेकेंद्र की बड़ी विफलता बता रहे हैं. अमरनाथ तीर्थ यात्रियों पर हमले की राज्य की सीएम व पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने तीखी भर्त्सना करते हुए इसे पूरे कश्मीरियों व मुसलमानों का अपमान बताया है. ओवैसी सहित देश के विभिन्न राजनीतिकों ने इस हमले की निंदा की है.विश्व बिरादरी के द्वाराइसकी व्यापक निंदा की गयी है. तो क्या सरकार को यह संभावना नजर आ रही है कि इस पीड़ा से उत्पन्न सौहार्द्र के माहौल में कश्मीर में शांति बहाल करने की दिशा में वह फिर कोई गंभीर प्रयास कर सकेगी और उसे उसमें सफलता मिलेगी?