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अक्तूबर में कांग्रेस की कमान संभाल लेंगे राहुल गांधी!

नयी दिल्लीः कांग्रेस में राहुल राज का आगाज अक्तूबर में हो सकता है. खबर है कि 15 अक्टूबर तक कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव संपन्न हो जायेंगे. इसी दौरान सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ कर 15 अक्तूबर या इससे पहले राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान सौंप देंगी. कांग्रेस कार्य समिति की मंगलवार को […]

नयी दिल्लीः कांग्रेस में राहुल राज का आगाज अक्तूबर में हो सकता है. खबर है कि 15 अक्टूबर तक कांग्रेस के संगठनात्मक चुनाव संपन्न हो जायेंगे. इसी दौरान सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष का पद छोड़ कर 15 अक्तूबर या इससे पहले राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान सौंप देंगी.

कांग्रेस कार्य समिति की मंगलवार को हुई बैठक में पार्टी के आंतरिक चुनावों के कार्यक्रम को मंजूरी दे दी गयी. बैठक में सोनिया गांधी ने पार्टी के सदस्यों से कांग्रेस को मजबूत करने और संगठन चुनावों को गति और गंभीरता के साथ पूरा करने को कहा.

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कार्यसमिति की बैठक के बाद जब गुलाम नबी आजाद से यह पूछा गया कि क्या राहुल की पदोन्नति होगी, उन्होंने कहा कि बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई. उन्होंने कहा कि कार्यसमिति ने ने संगठन के चुनाव के कार्यक्रम को मंजूरी दे दी है.

सोनिया ने कहा, ‘हमें संगठन को मजबूत करना ही होगा. आगामी संगठनात्मक चुनावों को तेजी से और पूरी तन्मयता से पूरा करना होगा.’

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पिछले साल सात नवंबर को हुई कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में भूतपूर्व प्रधानमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता डाॅ मनमोहन सिंह, वरिष्ठ कांग्रेस नेता एके एंटनी समेत बड़ी संख्या में नेताअों ने एकमत होकर राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान सौंपने की मांग की थी.

सोनिया ने 130 वर्ष पुराने संगठन की कमान करीब दो दशक तक संभाली. कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में सबसे लंबा कार्यकाल पूरा करनेवाली वह दूसरी महिला नेता हैं. सोनिया ने वर्ष 1998 में सीताराम केसरी से कांग्रेस अध्यक्ष का पद उस समय संभाला था, जब कांग्रेस अपने बुरे दौर से गुजर रही थी. सोनिया ने पार्टी की कमान संभालने के बाद संगठन को मजबूत किया.

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राजनीतिक हालात को देखते हुए सोनिया ने गंठबंधन की सरकार बनाने का निश्चय किया और वर्ष 2004 में बहुत मजबूत मानी जानेवाली एनडीए को आम चुनावों में धूल चटा दी. हालांकि, कांग्रेस ने अपना सबसे बुरा दौर भी उन्हीं के कार्यकाल में देखा. लगातार 10 साल तक सत्ता पर काबिज रहनेवाली कांग्रेस को वर्ष 2014 के आम चुनावों में महज 44 सीटें मिलीं.

आम चुनावों के बाद से देश के कई राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भी कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा. सोनिया गांधी के बीमार पड़ने के कारण कई राज्यों के चुनाव राहुल गांधी की देख-रेख में ही हुए. ज्ञात हो कि राहुल गांधी को जनवरी, 2013 में राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित महाधिवेशन में कांग्रेस उपाध्यक्ष बनाया गया था.

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