बनियापुर. शारदीय नवरात्र के तीसरे दिन बुधवार को श्रद्धालु भक्तों द्वारा श्रद्धा-भक्ति के साथ माता के तीसरे स्वरूप मां चन्द्रघंटा की पूजा-आराधना की गयी. इस दौरान मुख्य बाजार स्थित गढ़देवी मंदिर परिसर में प्रातःकाल की आरती और पूजन में भाग लेने के लिये काफी संख्या में श्रद्धालु भक्तो की भीड़ जुट रही है. नवरात्र पूजा में पधारे आचार्यों द्वारा अनवरत दुर्गा सप्तसती की सस्वर और संपुट मंत्र पाठ की जा रही है. आचार्यों ने बताया कि नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है. जिनके चिंतन मात्र से भक्तों का कल्याण हो जाता है. साथ ही सुख-संपदा से जीवन आनंदित होता है. मान्यता है कि माता रानी का चंद्रघंटा स्वरूप भक्तों को निर्भय और सौम्य बनाता है. तथा जिन लोगों का चंद्रमा कमजोर होता है. उन्हें मां चंद्रघंटा की पूजा अवश्य करनी चाहिए. माता चंद्रघंटा अपने सच्चे भक्तों को इस लोक और परलोक में कल्याण प्रदान करती है और भगवती अपने दोनों हाथो से साधकों को लम्बी आयु, सुख संपदा और रोगों से मुक्त होने का वरदान देती है. पूजा समिति के सभी सदस्य माता के दर्शन को आने वाले भक्तों को किसी प्रकार की परेशानी न हो को ध्यान में रख पूरी मुस्तैदी के साथ पूजा स्थल पर सक्रीय है.
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