नोनी का साग, झिगुनी का पत्ता व मरुआ के आटा की खरीदारी उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर संतान की लंबी उम्र के लिए महिलाओं ने जितिया का नहाय-खाय किया. परंपरा के अनुसार व्रतियों ने मरुआ की रोटी व नोनी का साग खाकर जितिया व्रत की शुरुआत की. रविवार को 36 घंटे निर्जला व्रत रख कर महिलाएं जीमूतवाहन की पूजा करेंगी. व्रत पर्व को लेकर सब्जी बाजार में चहल-पहल रही. नोनी का साग 80 रुपये प्रति किलो व मरुआ (रागी) का आटा 100 रुपये प्रति किलो के रेट पर बिका. वहीं मछली की डिमांड भी रही. नहाय-खाय के दिन व्रतियों के लिए मछली खाने की भी परंपरा है. पुरानी बाजार के मछली मंडी में सुबह से ही खरीदारों की भीड़ लगी रही. इसके अलावा कई चौक-चौराहा पर भी मछली की बिक्री हुई. किराना दुकानदारों का कहना था कि पिछले दो दिनों से मरूआ के आटा की डिमांड बढ़ी हुई है. परंपरा के अनुसार थोड़ी ही मात्रा में इन दोनों चीजों का उपयोग किया जाता है. इसके अलावा पारण के दिन के लिए चूरा व केराव की भी अच्छी खरीदारी हुई. इसके अलावा जितिया व्रत के दिन अहले सुबह सरगही के लिए बाजार में दही की भी अच्छी मांग दिखी.
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