सात सितंबर को साढ़े तीन घंटे का होगा चंद्र ग्रहण
………..गोगरी. भादो की पूर्णिमा के मौके पर चंद्रग्रहण लगेगा. जो सबसे लंबा ग्रहण माना जा रहा है. इस दिन जिले के प्रमुख मंदिरों के कपाट निर्धारित समय से नौ घंटे पहले ही बंद कर दी जाएगी. आरती समय से पहले ही संपन्न कराया जाएगा. गंगौर निवासी बमबम झा ने बताया कि चंद्र ग्रहण 7 सितंबर को लगेगा. गोगरी के भोजुआ निवासी प्रकांड ज्योतिषाचार्य डॉक्टर शुभम सावर्ण ने बताया कि भाद्रपद महीने की पूर्णिमा तिथि पर लगेगा. जो 7 सितंबर को रात 9:57 मिनट से शुरू होकर रात 1:27 बजे तक रहेगा. भारत के अलावा कई देशों में देखा जा सकता है. उन्होंने बताया कि पूजा-पाठ, खाना पकाना या शुभकार्य करना कार्य करना वर्जित माना जाता है. ग्रहण से पहले का अशुभ समय सूतक काल चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण शुरू होने से 9 घंटे पहले लगता है. इस दौरान मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और पूजा नहीं की जाती.
चंद्र ग्रहण कैसे लगता है
चंद्र ग्रहण तब लगता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है और उसकी छाया चंद्रमा पर पड़ती है. इस स्थिति में सूर्य का प्रकाश सीधे चंद्रमा तक नहीं पहुंच पाता और चंद्रमा अंधकारमय दिखने लगता है. 7 सितंबर को दिखाई देने वाला चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होने वाला है.
आसमान में दिखेगा ब्लड मून
सात सितंबर को लगने वाला ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. पूर्ण चंद्र ग्रहण को ही ब्लड मून कहा जाता है. यह ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. इस ग्रहण के दौरान चंद्रमा पूरी तरह धरती की छाया में आ जाएगा. जब चंद्रमा पूरी तरह से धरती की छाया में होता है, तो उसका रंग हल्का लाल या नारंगी हो जाता है. जिस वजह से इसे ब्लड मून कहते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

