फुसरो, नवरात्र के तीसरे दिन बुधवार को मां दुर्गा के तृतीय स्वरूप मां चंद्रघंटा की पूजा हुई. फुसरो शहर के विभिन्न पूजा पंडालों में संध्या आरती के दौरान श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी. इधर, मंत्रोच्चारण व भक्ति गीतों से पूरा क्षेत्र गुंजायमान हो रहा है.
फुसरो बाजार के बैंक मोड़ में इस बार नहीं दिखेंगी विद्युत संचालित प्रतिमाएं
फुसरो बाजार के बैंक मोड़ में वर्ष 1962 से दुर्गा पूजा की जा रही है. यहां भव्य पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है. इस वर्ष मूर्ति, पंडाल, लाइट, पूजा और साज-सज्जा में लगभग पांच लाख रुपये का बजट है. यहां की पूजा वर्षों से विद्युत संचालित प्रतिमाएं और झांकी को लेकर प्रसिद्ध है. हालांकि इस वर्ष किसी कारण से विद्युत संचालित प्रतिमाएं देखने को नहीं मिलेंगी. यहां पूजा शुरू कराने वालों में स्व झब्बू सिंह, स्व मदन पाल, स्व भीमचंद्र पाल, स्व कामेश्वर शर्मा, डूमरसी दास अग्रवाल, गंगा दास चांडक, स्व सुखलाल महतो, स्व श्याम सुंदर प्रसाद, स्व खजान सिंह छाबड़ा, स्व चंद्रभान गुप्ता सहित बंगाली समाज के कई लोग शामिल थे. वर्ष 1982 से न्यू स्टार क्लब फुसरो ने बागडोर संभाली. इसमें संरक्षक दयानंद प्रसाद बरनवाल, केदार सिंह व महारुद्र नारायण सिंह शामिल हैं. अध्यक्ष विजय सिंह, सचिव पंकज शर्मा, कोषाध्यक्ष कृष्ण कुमार चांडक, उपाध्यक्ष रमेश स्वर्णकार, भरत वर्मा, नागेंद्र सिंह, रवि छाबड़ा, मनोज सिंह, राजेश गुप्ता व मनोज शर्मा, सह सचिव अनिल गुप्ता, शंभू यादव, धर्मेंद्र सिंह, गोपी डे, संजय सिंह, संतोष सिंह, मेला प्रभारी मनोज शर्मा, पूजा प्रभारी शिवकुमार सिन्हा, अनिल गुप्ता, प्रकाश राईका, चंदा प्रभारी घनश्याम प्रसाद, रवींद्र कुमार शर्मा, संतोष गुप्ता, भरत वर्मा हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

