महनार. शिक्षा के क्षेत्र में गौरव और आत्मसम्मान की भावना जगाने के उद्देश्य से सोमवार को प्रखंड के विभिन्न विद्यालयों में हमारा विद्यालय-हमारा स्वाभिमान कार्यक्रम का आयोजन हुआ. अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की इस पहल से विद्यालयों का वातावरण देशभक्ति और संकल्प की भावना से सराबोर रहा. इस दौरान विद्यार्थियों और शिक्षकों ने सामूहिक रूप से पांच संकल्प लिये. इनमें विद्यालय पर गर्व करना, समग्र विकास हेतु समर्पण, भारतीय संस्कृति एवं मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता तथा राष्ट्र के प्रति उत्तरदायित्व जैसे बिंदु शामिल रहे. चेतना सत्र के दौरान सभी ने एक स्वर में इन संकल्पों का उच्चारण किया, जिससे विद्यालय प्रांगण गूंज उठा. अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक संघ (एबीआरएसएम) के प्रदेश अध्यक्ष डा आलोक सिन्हा और प्रदेश महामंत्री ज्ञानेंद्र नाथ सिंह ने बताया कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों और शिक्षकों को शैक्षिक उत्थान, नैतिक मूल्यों और राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित करना है. इन्होंने कहा कि यह विश्व का पहला ऐसा अभियान है, जिसे किसी शिक्षकों के संगठन ने शुरू किया है. किंडरगार्डन से लेकर विश्वविद्यालयों तक सक्रिय एबीआरएसएम इसे अद्वितीय और समावेशी पहल बनाता है. डा आलोक सिन्हा ने आगे कहा कि यह अभियान आत्मनिर्भर और मूल्य-आधारित भारत के निर्माण की दिशा में ऐतिहासिक कदम है. प्रत्येक विद्यालय को तीर्थ मानकर हम उस परंपरा को पुनर्जीवित कर रहे हैं, जहां शिक्षा का अर्थ केवल ज्ञान नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण और समाज सेवा से था. महनार क्षेत्र के विद्यालयों में भी इस कार्यक्रम को लेकर विशेष उत्साह देखने को मिला. शिक्षक और विद्यार्थी दोनों ही अपने संकल्पों के माध्यम से शिक्षा को राष्ट्र निर्माण का आधार बनाने की दिशा में अग्रसर दिखे.
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