खरसावां. सेंट्रल सिल्क बोर्ड (भारत सरकार) के उप सचिव सब्यसाची खान ने सेंट्रल सिल्क बोर्ड के सहयोग से कुचाई के कोपलोंग व खरसावां के तेलीगोड़ा में बन रहे बीजागार भवन निर्माण का निरीक्षण किया. उन्होंने बताया कि सेंट्रल सिल्क बोर्ड के सहयोग से कुचाई में पांच एवं खरसावां में चार बीजागार भवन निर्माण हो रहा है. साथ ही केंद्रीय रेशम बोर्ड के खरसावां स्थित बुनियादी बीज प्रगुणन एवं प्रशिक्षण संस्थान, राज्य के उद्योग विभाग के अग्र परियोजना केन्द्र परिसर, बीजागार भवन, रूरल मार्ट, किटपालन, धागाकरण केन्द्र, ऑर्गेनिक कोकून बैंक, माइक्रोस्कॉप से डीएफएल जांच कार्य, काकून उत्पादन आदि का निरीक्षण किया. सब्यसाची खान ने कहा कि खरसावां में इस वर्ष राज्य के अन्य जगहों की तुलना में तसर की अच्छी खेती हुई है. उन्होंने आने वाले वर्षों में और ऊपज बढ़ाने पर जोर दिया. सेंट्रल सिल्क बोर्ड भी उत्पादन बढ़ाने में हर संभव सहयोग करेगा. सब्यसाची खान ने कहा कि तसर उत्पादन में झारखंड देश का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है. कुचाई सिल्क ने झारखंड के साथ-साथ विश्व में अपनी पहचान बनायी है. इस दौरान केंद्रीय रेशम बोर्ड खरसावां के वैज्ञानिक सी तपन सैनी, खरसावां अग्र परियोजना पदाधिकारी नीतीश कुमार, रामरतन महतो, दीपू कुमार, नीरज सिंह, रजनीश कुमार, राम पाडिया, राजकिशोर महतो आदि उपस्थित थे.
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