हाजीपुर. शुक्रवार को ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर शहर में जुलूस-ए-मोहम्मदी बड़े ही अकीदत के साथ निकाला गया. शहर के विभिन्न मोहल्लों और इलाकों से निकले जुलूस में हजारों की संख्या में अकीदतमंद शामिल हुए. पूरे रास्ते नात-ए-पाक और सलाम की सदा गूंजती रही. ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर लोगों ने एक-दूसरे को मुबारकबाद पेश की और दुआएं मांगीं गयी.
जुलूस-ए-मोहम्मदी का आगाज सुबह से ही अलग-अलग चौक-चौराहों और मोहल्लों से हुआ. सुबह दस बजे से जढुआ मतवलबा अखाड़ा, मंगली अखाड़ा, नवादा, राजासन, कर्णपुरा समेत अन्य जगहों से जुलूस बाजार होते हुए मामू-भांजा मजार पर आया जहां फातेहा कर देश में अमन चैन और पंजाब व अन्य राज्यों में आये हुए भीषण बाढ़ से निजात के लिए दुआ मांगी गयी. मामू-भांजा की शहीद-ए-आजम कमेटी के उप सचिव आरिफ कुरैशी, मो अख्तर रज़ा, मो जमील मास्टर, मो बबलू सुलतान ने कमेटी की ओर से मिठाईया बांटी. बच्चे, बुजुर्ग और नौजवान सभी साफ पोशाक और हरे झंडों के साथ जुलूस में शामिल हुए. जुलुस में मोहम्मद साहब के जीवनी के बारे बताया गया. नातख्वानी की महफिल से लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था.
अकीदतमंदो के बीच शिविर लगाकर पेय पदार्थ का वितरण
इस दौरान जढुआ स्थित मामू भांजा मजार के समीप मतवलबा अखाड़ा के सदस्यों ने जुलूस में शामिल अकीदतमंदों लोगों के बीच शिविर लगा कर शरबत, कोल्ड ड्रिंक्स, जीरा ड्रिंक्स और बोतलबंद ठंडे पानी का वितरण किया. शिविर में मतवलबा अखाड़ा के अहमद रजा, मो साजिद अंसारी, परवेज अंसारी, वसीम अंसारी, अरबाज अंसारी, गुलजार अंसारी, गुलाम अशरफ शामिल थे.
हर चौक चौराहे पर पुलिस की थी तैनाती
इस दौरान प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी लगातार गश्त कर व्यवस्था पर नजर बनाये रहे. ताकि कार्यक्रम शांति और सद्भाव के माहौल में संपन्न हो सके. हर चौक चौराहे पर पुलिस की तैनाती की गयी थी. सदर 01 एसडीपीओ सुबोध कुमार एवं नगर थानाध्यक्ष सिकंदर कुमार लगातार निगरानी कर रहे थे.
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