डोरीगंज/छपरा. छपरा मेडिकल कॉलेज में फिजियोथेरेपी, टीएमटी (ट्रेडमिल टेस्ट) और इसीजी विभाग की शुरुआत कर दी गयी है. अस्पताल अधीक्षक सह प्राचार्य डॉ सीपी जायसवाल ने बताया कि फिजियोथेरेपी विभाग से हड्डी-जोड़ की चोट, रीढ़ और गर्दन के दर्द, गठिया, लकवा, स्ट्रोक के बाद कमजोरी, खेल-कूद में लगी चोट और मांसपेशियों की जकड़न जैसी बीमारियों का उपचार संभव होगा. इससे बुजुर्गों को चलने-फिरने में सहूलियत मिलेगी और बच्चों के शारीरिक विकारों का भी सुधार होगा. टीएमटी विभाग की शुरुआत से हृदय रोगियों को उन्नत जांच सुविधा मिलेगी. यह टेस्ट हृदय की कार्यक्षमता और रक्त प्रवाह की स्थिति का पता लगाता है, जिससे समय पर रोगों की पहचान और उपचार किया जा सकेगा. वहीं, इसीजी विभाग के शुरू होने से हृदय संबंधी प्राथमिक जांच अब स्थानीय स्तर पर ही उपलब्ध हो सकेगी, जिससे मरीजों को दूर-दराज के अस्पतालों तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. डॉ जायसवाल ने बताया कि अगले महीने एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड सेवाएं भी बहाल कर दी जायेंगी. इन नयी सुविधाओं से न केवल छपरा के मरीजों को बल्कि आसपास के जिलों के मरीजों को भी राहत मिलेगी. इससे चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार होगा और मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य लाभ मिलेगा. इस पहल से छपरा मेडिकल कॉलेज एक आधुनिक और पूर्ण स्वास्थ्य सेवा केंद्र के रूप में उभरेगा.
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