बिहार पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन आयोजित जागरूकता कार्यक्रम
लखीसराय. बिहार पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन एवं बिहार एसोसिएशन ऑफ पर्सन्स विथ डिसएबिलिटीज के तत्वावधान में तथा लखीसराय जिला पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन के सहयोग से गांधी मैदान स्थित खेल भवन परिसर में जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मास्टर ट्रेनर सह पूर्व आयुक्त डॉ शिवाजी कुमार उपस्थित हुए. इस दौरान राज्य खेल समन्वयक कुंदन पांडेय ने खिलाड़ियों और संगठनात्मक नेतृत्व को खेलों में सक्रिय भागीदारी एवं आगामी पैरा गेम्स की तैयारियों के लिए प्रेरित किया. जागरूकता कार्यक्रम का समन्वयन नरेश चौधरी ने किया तथा कार्यक्रम के अंत में आदित्य कुमार सिद्धांत ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया.इस दौरान मुख्य अतिथि ने कहा कि बिहार सरकार के अंतर्गत आयोजित पैरा गेम्स के लिए आवेदन की तिथि बढ़ा दी गयी है, सभी इच्छुक पीडब्ल्यूडी खिलाड़ी https://biharsports.org/parasports2025 पर फॉर्म भर सकते हैं तथा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 10 सितंबर तक है. वहीं जिलास्तरीय पैरा गेम्स का आयोजन 14 से 24 सितंबर 2025 तक किया जायेगा. यह खेल पूरी तरह निःशुल्क हैं और प्रतिभागियों को यात्रा भत्ता , भोजन, टी-शर्ट, पहचान पत्र व प्रमाण पत्र तथा मेडल बिहार सरकार द्वारा उपलब्ध कराये जायेंगे. इस अवसर पर जिले के विभिन्न प्रखंडों से आये दिव्यांगजन खिलाड़ियों, जिला कार्यकारिणी सदस्यों एवं प्रखंड स्तरीय समन्वयकों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी निभायी.
लखीसराय जिला के पैरा एथलीट:
स्वाधीन प्रसाद, ललिंद्र कुमार, इंद्रषित कुमार, रजनीश कुमार, मन्नु कुमार, दिलीप कुमार, ललित कुमार, लाखपति देवी, अविता कुमारी एवं रीना कुमारी.
अन्य प्रतिभागी
संध्या कुमारी, इंद्रजीत कुमार, कृष्णा कुमार, अनुज कुमार, रवींद्र कुमार, प्रमोद कुमार, अजय कुमार, अमरेश कुमार, सुमन कुमार, रवि कुमार, सुधीर कुमार, सुबोध कुमार, अनिल कुमार, नवनीत कुमार, संतोष कुमार, धर्मेंद्र कुमार, मनीष कुमार, बबलू कुमार, विजय कुमार, अरविंद कुमार, नरेश कुमार, कृष्णा मंडल, सोनू मंडल, राकेश मंडल, विनोद मंडल, पंकज मंडल, मनीष मंडल एवं संतोष मंडल. साथ ही तुलसी ठाकुर, गुलशन कुमार एवं प्रह्लाद कुमार की उल्लेखनीय उपस्थिति रही. सभी प्रतिभागियों ने अपने-अपने क्षेत्र में पैरा स्पोर्ट्स के प्रचार-प्रसार और जिला स्तर पर आगामी पैरा गेम्स की तैयारियों को मजबूती देने का संकल्प लिया. यह आयोजन न केवल दिव्यांग खिलाड़ियों की खेल प्रतिभा को मंच प्रदान करने वाला रहा, बल्कि संगठनात्मक एकता, नेटवर्किंग एवं क्षमता निर्माण की दिशा में भी एक ऐतिहासिक कदम साबित हुआ.———————————————–डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

