– पहले डिस्चार्ज के बाद मिलती थी प्रोत्साहन राशि
वरीय संवाददाता, धनबाद
सदर अस्पताल समेत सभी कुपोषण उपचार केंद्रों (एमटीसी) में भर्ती बच्चों की माताओं को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान अब हर दिन किया जायेगा. पहले यह राशि बच्चे के डिस्चार्ज होने के बाद माताओं को प्रतिदिन 130 रुपये के हिसाब से दी जाती थी. यह व्यवस्था धनबाद सदर अस्पताल समेत जिले के सभी कुपोषण उपचार केंद्रों में लागू करने का निर्देश उपायुक्त आदित्य रंजन ने दिया है. इस पहल का उद्देश्य माताओं को आर्थिक सहायता प्रदान करना है. ताकि वे बिना किसी चिंता के अपने बच्चों के साथ अस्पताल में रुक सकें और उनकी देखभाल में कोई कमी न हो. अक्सर देखा जाता है कि गरीब परिवार की माताएं आर्थिक तंगी के कारण अस्पताल में लंबे समय तक नहीं रुक पाती थी. इस योजना से उनकी आर्थिक समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकेगा.
जिले में चार जगह संचालित है कुपोषण उपचार केंद्र :
सदर अस्पताल समेत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोविंदपुर, टुंडी व तोपचांची में एमटीसी संचालित है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार इन कुपोषण उपचार केंद्रों में कई बच्चे इलाजरत हैं. इनमें से अधिकांश परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमजोर है. ऐसे में माताओं को मिलने वाली यह राशि उन्हें बच्चे के इलाज की अवधि में सहारा देगी.केंद्र में माताओं की उपस्थिति जरूरी :
इस योजना के तहत कुपोषित बच्चों की माताओं को यह लाभ उस वक्त मिलेगा, जब वह अपने बच्चों के साथ अस्पताल में रहेंगी. यह सुनिश्चित करने की जिम्मेवारी उक्त अस्पताल व सीएचसी के चिकित्सक व कर्मियों की होगी. चिकित्सकों के अनुसार कुपोषित बच्चों का इलाज तभी प्रभावी होता है, जब माताएं पूरे समय उनके साथ रहती हैं. माताओं की अनुपस्थिति में बच्चों को पोषणयुक्त आहार, दवाइयां और चिकित्सकीय देखरेख समय पर नहीं मिल पाती. यही वजह है कि बच्चों के इलाज के दौरान माताओं को केंद्र में रोकने के उद्देश्य से योजना शुरू की जा रही है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

