असरगंज. लगातार तीसरी बार बाढ़ का पानी प्रखंड के अमैया पंचायत अंतर्गत उत्तर टोला अमैया, बैजलपुर एवं संग्रामपुर के बहियार में लगा धान का फसल डूब कर बर्बाद हो गया है. वहीं सरकार द्वारा किसानों को दी जाने वाली कृषि इनपुट योजना में भारी अनियमिता हो रही है. बिचौलिया किसानों को लाभ दिलाने के नाम पर आर्थिक दोहन कर रहे हैं. जिससे किसान परेशान हैं. चोरगांव पंचायत के उत्तर टोला एवं ढोल पहाड़ी के किसानों द्वारा कर्ज लेकर लगाए गए धान की फसल बाढ़ के पानी में बर्बाद हो गया है. किसानों को फसल क्षति का मुआवजा लेने के लिए एड़ी-चोटी एक करना पड़ रहा है. वहीं कृषि इनपुट ऑनलाइन कराने में 200 रुपए तक सीएससी द्वारा लिया जा रहा है. ढोल पहाड़ी गांव निवासी किसान प्रकाश मंडल, मीना देवी, चंद्रशेखर मंडल, अधिक लाल मंडल सहित अन्य न बताया कि कृषि इनपुट के आवेदन में हस्ताक्षर कराने के लिए जनप्रतिनिधि के घर का बार-बार चक्कर लगाना पड़ रहा है. लेकिन आवेदन पर हस्ताक्षर करने का रोज बहाना बना रहे हैं. वहीं कृषि समन्वयक लगातार क्षेत्र में भ्रमण कर रहे हैं. लेकिन जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण कृषि इनपुट कार्य में बाधा आ रही है. वहीं भोले-भाले किसानों को बिचौलियों द्वारा दिग्भ्रमित किया जा रहा है. इस संबंध में अनुमंडल कृषि पदाधिकारी दीप रश्मि ने बताया कि कृषि इनपुट योजना में असरगंज के अमैया एवं चौरगांव पंचायत से 700 आवेदन प्राप्त हुए हैं. इसका सत्यापन कर अनुदान राशि के लिए भेजा जाएगा. वहीं गैर रैयत के आवेदन पर जनप्रतिनिधि एवं को कार्डिनेटर का हस्ताक्षर अनिवार्य है. इसके उपरांत आवेदन की जांच कर अनुदान की राशि दी जायेगी.
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