सीतामढ़ी. श्री हनुमान मंदिर, बाजार समिति में श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन महंत श्री राजनारायण दास के सानिध्य में चल रहा है. अयोध्या से आये कथा व्यास केशव जी महाराज ने छठे दिन शुक्रवार को भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव का वर्णन करते हुए बताया कि कंस ने अपनी बहन देवकी का विवाह वासुदेव जी से किया. कृष्ण देवकी और वासुदेव की आठवी संतान थे. कंस अत्याचारी राजा था. उसने आकाशवाणी सुनी थी कि देवकी के आठवीं संतान द्वारा वह मारा जाएगा. इससे बचने के लिए कंस ने देवकी और वासुदेव को मथुरा के कारागार में डाल दिया. मथुरा के कारागार में भादो मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को श्रीकृष्ण का जन्म हुआ. संगीतकारों ने भगवान् श्री कृष्ण की जन्म पर बधाई गीत गाकर सबका मन मोह लिया. कथा में नथुनी दास, उपेंद्र दास, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल सदस्य संत भूषण दास व सैकड़ों भक्त उपस्थित थे.
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