हंसडीहा. हंसडीहा में केरल ले जाने वाले मजदूरों के लिए श्रम विभाग ने व्यापक रजिस्ट्रेशन अभियान शुरू किया. बुधवार की सुबह श्रम अधीक्षक दुमका शैलेन्द्र साह अपने टीम के साथ हंसडीहा पहुंचे और मजदूरों को रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य बताया. उन्होंने कहा कि बिना रजिस्ट्रेशन कोई भी मजदूर बाहर मजदूरी के लिए न जाए. मौके पर मौजूद मजदूरों ने अपने नाम रजिस्टर कराए और आवश्यक जानकारी दी. जिला परिवहन पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार ने मजदूरों को केरल ले जाने वाली बसों की जांच की. केरल से आयी पांच बसों में से एक बस (AR 01J 0361) में निर्धारित सीटों से अधिक मजदूर पाए गए. बस में 35 सीटें होने के बावजूद 15 अतिरिक्त सीटें लगायी गयी थी और कुल 55 मजदूरों को ले जाया जा रहा था. यह बस जब्त कर हंसडीहा थाना में रखा गया. जानकारी के अनुसार बुधवार के दिन गिरोह द्वारा समय तय कर बसों का संचालन किया जाता है. अधिकांश मजदूर महिलाएं होती हैं. प्रत्येक मजदूर से तीन हजार रुपये किराया लिया जाता है. केरल पहुंचने पर मजदूरों को ठेकेदार को सौंपा जाता है. ठेकेदार मजदूरों को अलग-अलग स्थानों पर कंपनियों और कारोबारियों के माध्यम से काम पर लगाते हैं. कोराेना काल में यह कारोबार मजबूरी के कारण शुरू हुआ था. अब यह बड़े पैमाने पर व्यवस्थित रूप ले चुका है. परिवहन विभाग के पर्यटन परमिट के बावजूद बसों में अधिक लोग बैठाए जाते हैं, जिससे सुरक्षा खतरे में पड़ती है. विभाग ने कहा कि रजिस्ट्रेशन कराना मजदूरों की सुरक्षा और यात्रा की व्यवस्था के लिए आवश्यक है. मजदूरों और बस मालिकों को नियमों का पालन करना अनिवार्य है और किसी भी प्रकार की अनियमितता पर सख्त कार्यवाही की जाएगी.
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