जैविक कॉरिडोर के बाद सभी जिलों में होगी जैविक खेती उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर गंगा किनारे 13 जिलों में जैविक कॉरिडोर की शुरुआत के बाद अब सभी जिलों में किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.बदलते समय के साथ अधिक उत्पादन की चाह में रासायनिक खेती की जा रही थी. इससे मिट्टी की उर्वरता में कमी व मानव स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था. अब सरकार रसायनों से दूर रहकर जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को जागरूक कर रही है. इसकी शुरुआत गंगा नदी के किनारे बसे राज्य के 13 जिलों में जैविक कॉरिडोर बनाकर की गयी. आज इस कॉरिडोर में हजारों एकड़ भूमि पर जैविक तरीके से खेती की जा रही है. इसके बाद 38 जिलों में इसकी शुरुआत की गयी है. मुशहरी में इसके लिए किसानों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. जैविक कॉरिडोर योजना के तहत चुने गये जिलों में जैविक खेती करने वाले किसानों को प्रथम वर्ष में 11,500 रुपये प्रति एकड़ अनुदान मिलता है. दूसरे और तीसरे वर्ष में 6500 रुपये प्रति एकड़ दिया जाता है. वहीं, कॉरिडोर में जैविक खेती को कलस्टर के रूप में बढ़ावा दिया जाता है. अब सभी जिलों में इसकी शुरुआत की गयी है. इसके लिए किसानों को वित्तीय सहायता दी जा रही है. मुशहरी के कृषि केंद्र में फिलहाल किसानों को प्रशिक्षित किया जा रहा है.
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