दुमका. सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति और वर्तमान में विवि के लोकपाल प्रोफेसर मनोरंजन प्रसाद सिन्हा ने बुधवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति भवन में शिष्टाचार भेंट की. यह भेंट एक घंटे तक चली. इस मुलाकात के दौरान मुख्य रूप से झारखंड में उच्च शिक्षा की वर्तमान स्थिति, विश्वविद्यालयों की चुनौतियों और विकास की संभावनाओं पर चर्चा हुई. प्रोफेसर सिन्हा ने राष्ट्रपति को राज्य के विश्वविद्यालयों में ढांचागत समस्याओं, शिक्षक एवं शोधकर्ताओं की कमी और उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करने में आने वाली बाधाओं से अवगत कराया. उन्होंने एसकेएमयू द्वारा अकादमिक स्तर सुधारने, छात्र उपलब्धियों को बढ़ाने और अनुसंधान एवं नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए उठाए गए कदमों की विस्तृत जानकारी भी दी. बता दें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहले झारखंड के राज्यपाल सह कुलाधिपति के रूप में भी सेवा दी है, लिहाजा उन्होंने उस समय की गयी चांसलर ट्राफी समेत कई अन्य पहल, सत्र की आज की स्थिति, सेवानिवृत शिक्षकों-कर्मचारियों की समस्याओं व सेवानिवृति के उपरांत मिलनेवाले भुगतान की स्थिति आदि की जानकारी ली और राज्य में उच्च शिक्षा के क्षेत्र को सुदृढ़ बनाने के लिए सभी संभव सहयोग का आश्वासन दिया. उन्होंने बीएड व लॉ कॉलेज की भी जानकारी प्राप्त की. बैठक में क्षेत्रीय शोध, कौशल विकास कार्यक्रमों, डिजिटल शिक्षा, और विश्वविद्यालयों एवं उद्योग के बीच सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर भी चर्चा हुई. प्रोफेसर सिन्हा ने कहा कि उच्च शिक्षा में सुधार से न केवल विद्यार्थियों की गुणवत्ता बढ़ेगी, बल्कि राज्य के सामाजिक-आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा.राष्ट्रपति ने इस अवसर पर छात्रों, शोधकर्ताओं और शिक्षकों के समर्थन के महत्व पर बल देते हुए कहा कि समग्र शिक्षा के विकास के लिए नीति निर्माताओं और संस्थानों के बीच लगातार संवाद आवश्यक है. राष्ट्रपति ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, शोध और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सहयोग की बात कही.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

