समारोह. पुलिसकर्मियों को डीजीपी ने किया सम्मानित, कहा-
संवाददाता, पटना
राज्य में आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने और अपराध पर नकेल कसने के लिए मुकदमों का ट्रायल समय पर कराना जरूरी है. समय पर केस का ट्रायल पूरा करवाकर दोषियों को सजा दिलाने से जनता के बीच पुलिस का भरोसा बढ़ता है. ये बातें डीजीपी विनय कुमार ने पुलिस मुख्यालय सरदार पटेल भवन के ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में बुधवार को कहीं. वे पुलिसकर्मियों के बीच पदक व प्रशस्ति पत्र वितरण सह सम्मान समारोह में सेवा के दौरान अदम्य साहस और पराक्रम का प्रदर्शन करने वाले पुलिस पदाधिकारियों और कर्मियों को सम्मानित करने के बाद उन्हें संबोधित कर रहे थे. इस मौके पर सेवा के दौरान शहीद हुए या किसी दुर्घटना या बीमारी से मृत हुए पुलिस कर्मियों के परिजनों को बीमा राशि भी मुहैया करायी गयी. उन्होंने कहा कि कई कांड़ों के अनुसंधान में पहले जहां एक से दो महीने का समय लगता था, अब इसमें कुछ दिन लग रहे हैं. कई मामलों का खुलासा 6 से 8 घंटे में हो रहा है.
सेवा के दौरान पराक्रम का प्रदर्शन करने वाले या जान का बलिदान देने वाले 60 पदाधिकारियों को पदक और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. इसमें बड़ी संख्या में वैसे पुलिस कर्मी भी शामिल थे, जिन्हें पिछले वर्ष स्वतंत्रता दिवस, गणतंत्र दिवस के मौके पर उल्लेखनीय सेवा के लिए सम्मानित किया जा चुका है.
विशिष्ट सेवा पदक : 25 वर्ष की सेवा निष्ठापूर्ण पूरा करने के लिए एडीजी (प्रशिक्षण) संजय कुमार सिंह और सीनियर डीएसपी राजेश कुमार शर्मा को यह पदक दिया गया.
सराहनीय सेवा पदक : 2023 एवं 2024 में स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस के मौके पर यह पदक पाने वाले पदाधिकारियों को यहां सम्मानित किया गया. इसमें ईओयू के एसपी राजेश कुमार, एसपी अररिया अंजनी कुमार सिंह, एसपी लखीसराय अजय कुमार, छपरा एसपी संतोष कुमार, एसडीपीओ समस्तीपुर संजय कुमार पांडेय समेत अन्य शामिल हैं.
केंद्रीय दक्षता पदक : छपरा के तत्कालीन एसपी संतोष कुमार, पटना एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा और एसडीपीओ राकेश कुमार शामिल हैं. इसके अलावा पटना रेल आईजी पी कनन, दरभंगा सिटी एसपी अशोक कुमार चौधरी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारियों को अलग-अलग श्रेणी के पदकों से सम्मानित किया गया.
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