गया जी. विश्व माहवारी स्वच्छता दिवस के अवसर पर शुक्रवार को राजकीय कन्या उच्च विद्यालय, रमना में स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित सिविल सर्जन डॉ राजाराम प्रसाद ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि मासिक धर्म एक स्वाभाविक जैविक प्रक्रिया है और इसके दौरान स्वच्छता का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने कहा कि माहवारी के समय स्वच्छता की अनदेखी गंभीर और जटिल बीमारियों का कारण बन सकती है. इसीलिए छात्राओं को इस अवधि में स्वच्छता के साथ-साथ सही सैनिटरी उत्पादों के इस्तेमाल और व्यक्तिगत स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों की जानकारी होनी चाहिए. डॉ प्रसाद ने बताया कि इस प्राकृतिक प्रक्रिया को सम्मानजनक, सुरक्षित और स्वाभाविक रूप से स्वीकार करना समाज की जिम्मेदारी है. उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा छात्राओं में शारीरिक, मानसिक और सामाजिक रूप से सशक्तिकरण के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं. ‘टूगेदर फॉर ए पीरियड-फ्रेंडली वर्ल्ड’ इस वर्ष की थीम ‘टूगेदर फॉर ए पीरियड फ्रेंडली वर्ल्ड’ के तहत आयोजित कार्यक्रम में सिविल सर्जन ने यह भी कहा कि माहवारी को लेकर समाज में व्याप्त लज्जा, भ्रम और गलत धारणाओं को दूर करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि “मासिक धर्म के दौरान महिलाएं पूरी तरह से सक्रिय रह सकती हैं और सभी प्रकार के कार्यों में भागीदारी निभा सकती हैं. कार्यक्रम के अंतर्गत 31 मई तक जिले भर में मासिक धर्म स्वच्छता जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में छात्राओं ने दिखाया उत्साह कार्यक्रम के दौरान छात्राओं के बीच मासिक धर्म विषय पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया. प्रतियोगिता में 10वीं कक्षा की छात्रा रिशिका कुमारी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि आरही कुमारी, पूजा कुमारी और कृतिका कुमारी को भी सम्मानित किया गया. इस अवसर पर डीआइओ डॉ राजीव अंबष्ट, संचारी रोग पदाधिकारी डॉ पंकज सिंह, डीसीएम मनीष कुमार, यूनिसेफ प्रतिनिधि अजय चेरोबिम सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित थे.
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