प्रतिनिधि, गढ़वा
गढ़वा फैमिली कोर्ट ने नौ महीने के अंदर 178 मामलों का निष्पादन किया है. फैमली कोर्ट में पारिवारिक विवादों की सुनवाई की जाती है और ज्यादातर मामलों का निष्पादन मध्यस्थता एवं आपसी सुलह के माध्यम से सुलझाया जाता है. जिन मामलों का निपटारा किया गया है, उनमें पति-पत्नी के बीच मतभेद, भरण-पोषण, दांपत्य अधिकार बहाली, तलाक, बच्चों की अभिरक्षा और संपत्ति विवाद जैसे कई जटिल मुद्दे शामिल हैं. न्यायालय की ओर से न सिर्फ मामलों का निष्पादन किया गया है, बल्कि काउंसलिंग और बातचीत के जरिये कई टूटते परिवारों को फिर से एक साथ लाने का काम भी किया गया है. प्रिंसिपल जज फैमिली कोर्ट कौशल किशोर झा ने बताया कि नौ महीने के भीतर 549 लंबित मामलों में से 178 मामलों का निपटारा किया गया है. उन्होंने बताया कि इन सभी मामलों को मध्यस्थता और आपसी सुलह के माध्यम से सुलझाया गया है. उन्होंने बताया कि फैमिली कोर्ट का मकसद सिर्फ मामलों का निपटारा करना नहीं है, बल्कि परिवार को बचाना और समाज में सद्भाव बनाये रखना भी है. स्थानीय वकील और समाजसेवियों ने कोर्ट के इस प्रयास की सराहना की है. उनका मानना है कि इस तरह के त्वरित और संवेदनशील फैसलों से आम जनता का भरोसा न्यायपालिका में और भी मजबूत हुआ है.
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