09 सितंबर नगर प्रतिनिधि, पाकुड़. जिले के आयुष्मान आरोग्य मंदिरों ने वर्ष 2025-26 में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) मूल्यांकन में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है. भारत सरकार की टीम द्वारा हाल ही में किए गए मूल्यांकन में 26 आयुष्मान आरोग्य मंदिर सफल घोषित हुए हैं, जबकि 07 केंद्रों का परिणाम आना शेष है. अब तक की प्रगति के अनुसार पाकुड़ जिला ने राज्य स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया है और उम्मीद है कि अंतिम परिणाम आने के बाद जिला पहले स्थान पर पहुंचेगा. एनक्यूएएस प्रमाणन अस्पतालों की सेवाओं, संसाधन उपलब्धता, रोगी अधिकार, स्वच्छता, आपातकालीन सुविधाएं, मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवा, बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन तथा गुणवत्ता प्रबंधन जैसे कई मानकों के आधार पर दिया जाता है. प्रमाणन प्राप्त संस्थान को 1 लाख 26 हजार रुपये की राशि भी दी जाती है, जिसका उपयोग स्वास्थ्य सेवाओं को और सुदृढ़ बनाने में किया जाता है. उपायुक्त मनीष कुमार ने बताया कि इस वर्ष 50 से अधिक आयुष्मान आरोग्य मंदिरों का मूल्यांकन कराया जाना है. सदर अस्पताल को भी एनक्यूएएस एवं कलाकल्प प्रमाणन के लिए तैयार किया जा रहा है. कहा कि 2026 तक जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों का शत-प्रतिशत एनक्यूएएस सर्टिफिकेशन हमारा लक्ष्य है. इस उपलब्धि से आम जनता को स्थानीय स्तर पर ही गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त होंगी. जिले की स्वास्थ्य ढांचा और मजबूत होगा.
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