गालूडीह.
घाटशिला प्रखंड के गालूडीह स्थित महुलिया लैंपस में इस वर्ष जनवरी से मार्च के अंदर धान बेचने वाले 34 किसानों को अब तक द्वितीय किस्त की राशि का भुगतान नहीं हुआ है. किसानों ने दुर्गा पूजा के पहले भुगतान की मांग की है. भुगतान नहीं मिलने से किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. महुलिया लैंपस में 34 किसानों का 602 क्विंटल धान का 7 लाख 52 हजार 500 बकाया है. इसमें प्रति क्विंटल धान के एवज में 100 रुपये बोनस भी जुड़ा है. भुगतान नहीं मिलने से किसानों के लिए आर्थिक समस्या उत्पन्न हो गयी है. इससे किसानों की आजीविका भी प्रभावित हो रही है. बकाये राशि के भुगतान के लिए अधिकतर किसान लैंपस का चक्कर लगा रहे हैं. किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं. किसानों ने कहा कि इस उम्मीद में लैंपस को धान बेचते हैं ताकि समय पर पैसा मिल जाए. पर कई-कई माह तक पैसा नहीं मिलने से परेशानियां बढ़ गयी हैं. ऊपर से अभी दुर्गा पूजा, काली पूजा भी सामने हैं. पैसा मिलता तो पर्व में खुशियां मना पाते. किसानों ने राज्य सरकार से मांग की है कि किसानों की मनोदशा को देखते हुए जल्द से जल्द बकाया राशि की भुगतान की जाए. किसानों ने विभाग से जल्द बकाया राशि का भुगतान करने की मांग की है. जानकारी हो कि महुलिया लैंपस में इस वर्ष कुल 228 किसानों ने कुल 10, 900 क्विटल धान बेची थी. जिसमें सिर्फ 34 किसान हैं जिनके 602 क्विंटल धान की कीमत दूसरी किस्त की राशि बोनस समेत 7,52,500 रुपये बकाया रह गया है. बाकी किसानों को प्रथम और द्वितीय किस्त की राशि मिल चुकी है. 34 किसानों को प्रथम किस्त की राशि मिली है. पर दूसरी किस्त की राशि अटक गयी है. फंड का अभाव है. इसलिए कुछ किसानों को दूसरी किस्त की राशि का भुगतान नहीं हुआ है. फंड के लिए राज्य सरकार को रिपोर्ट भेजी गयी है. फंड आते ही किसानों के बैंक खातों में बकाया दूसरे किस्त की राशि का भुगतान शुरू हो जायेगा. –जुल्फीकार अंसारी, जिला खाद्य पदाधिकारी, पूर्वी सिंहभूमB
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