बरहरवा
झारखंड और बंगाल को जोड़ने वाली बरहरवा-फरक्का एनएच केवल नाम का है. 18 किलोमीटर की दूरी वाले इस मुख्य पथ में 180 से भी ज्यादा बड़े-बड़े गड्ढे हैं. यहां 18 किलोमीटर की दूरी तय करने में आपको 2 घंटे से अधिक का समय लग जाता है. बरहरवा केलाबाड़ी से लेकर दिग्घी तक यह सड़क तो ठीक है. लेकिन, जैसे ही दिग्घी से आप आगे बढ़ेंगे, रिलायंस पेट्रोल पंप के समीप सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हैं. वहीं, बरहरवा हाई स्कूल से आगे केंचुआ पुल के पास भी बड़े-बड़े गड्ढे हैं. इसके आगे लालमाटी, बरारी व पश्चिम बंगाल के बेवा पुल तक बीच-बीच में इस सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं. स्थिति इतनी खराब है कि अगर आप चार पहिया वाहन से बरहरवा से फरक्का के लिये निकलते हैं, तो हिचकोले खाने को विवश हो जायेंगे.
प्रतिदिन गड्ढों में फंसते हैं मालवाहक वाहन
बरहरवा से स्टोन चिप्स प्रत्येक दिन पश्चिम बंगाल की ओर मालवाहक वाहनों से जाता है. इसके अलावे चावल व धान भी पश्चिम बंगाल भेजा जाता है. पश्चिम बंगाल की ओर रोजमर्रा की जरूरतों की सामग्रियां तथा हरी सब्जियां बंगाल से आती है. लेकिन, अक्सर यह देखा जाता है कि आये दिन इन गड्ढों में मालवाहक वाहन फंस जाते हैं. इस कारण उन्हें काफी परेशानी होती है. कोई वाहन मालिक या ड्राइवर उक्त एनएच सड़क पर अपना वाहन भाड़े के लिये भेजता नहीं चाहता है. क्योंकि, जितना उन्हें भाड़ा है, कभी उससे दोगुना नुकसान उन्हें झेलना पड़ जाता है.
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विधायक ने भी सीएम से की है शिकायत
पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र की विधायक निसात आलम ने उक्त जर्जर सड़क की मरम्मत को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा है. विधायक ने बताया कि बरहरवा, केलाबाड़ी, दिग्घी मोड़, मोगलपाड़ा, लालमाटी, बरारी, बेवा तक जगह-जगह सड़क खराब है. इसकी मरम्मत जल्द करायी जाये. क्योंकि यह सड़क बिहार एवं झारखंड के व्यापारिक संबंध को जोड़ती है. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग के सचिव को इस दिशा में आवश्यक पहल करने का निर्देश भी दिया है. विधायक निसात आलम ने बताया कि उक्त सड़क के मरम्मत होने से झारखंड एव बंगाल के लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी.
केलाबाड़ी से फरक्का फोरलेन के निर्माण में हो रही है देरी
मिर्जाचौकी से लेकर फरक्का तक एनएच-12 फोरलेन का निर्माण होना है. इसका अंतिम पार्ट बरहरवा केलाबाड़ी से लेकर झारखंड सीमा तक एक फेज में सड़क का निर्माण होना है. जिसके जमीन अधिग्रहण का कार्य अभी लगभग 50% ही हुआ है. उक्त सड़क के निर्माण में अभी काफी वक्त लग सकता है. क्योंकि, यहां पर नयी सड़क जो बनेगी, उसमें रैयतों को भुगतान होने के बाद ही कार्य शुरू होगा. फिलहाल, फरक्का की ओर सभी वाहनों का आवागमन एनएच-80 से हो रहा है, जो काफी जर्जर है.
कहते हैं पदाधिकारी
एनएच के कार्यपालक अभियंता रविपद मांझी ने कहा कि बंगाल सीमा से दो किलोमीटर पहले तक हमलोगों ने मरम्मत का कार्य किया है. अगर वहां सड़क पुन: जर्जर है, तो उसकी मरम्मत करायी जायेगी.
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