दरभंगा. लनामिवि के पीजी संस्कृत विभाग में अध्यक्ष के पद पर डॉ कृष्णकान्त झा ने सोमवार को योगदान कर लिया. उन्होंने निवर्तमान अध्यक्ष डॉ घनश्याम महतो से पदभार ग्रहण किया. इससे पहले डाॅ झा एमएलएस कॉलेज, सरिसवपाही में संस्कृत विभाग में कार्यरत थे. इस अवसर पर प्रो. जीवानन्द झा, डॉ आरएन चौरसिया, डॉ ममता स्नेही, डॉ मोना शर्मा, डॉ शिवानन्द झा, डॉ प्रियंका राय, डॉ संजीत कुमार राम, डॉ प्रत्युष नारायण, डॉ विमलेश कुमार चौधरी आदि मौजूद थे. इस अवसर पर डॉ कृष्णकान्त झा ने कहा कि संस्कृत, संस्कृति एवं दायित्व के संवर्धन के लिए अपने स्तर से पूर्ण प्रयास करेंगे. छात्रहित प्राथमिकता होगी. शिक्षकों के लिए छात्र ही मुख्य धन होता है. छात्रों का उज्ज्वल भविष्य बनाना हम लोगों का दायित्व होगा. अपेक्षा है कि इसमें विभाग के सभी शिक्षाकर्मी सहयोग देंगे. प्रधानाचार्य प्रो. जीवानन्द झा ने कहा कि व्यक्ति के गुण का सदुपयोग कर हमें जीवन में आगे बढ़ना चाहिए. निवर्तमान अध्यक्ष डॉ घनश्याम महतो ने डॉ कृष्णकांत की खूबियां को बताते हुए उन्हें विभागीय सहयोग का संकल्प व्यक्त किया. डॉ चौरसिया ने कहा कि संस्कृत विभाग में न केवल छात्रों की संख्या बढ़ी है, बल्कि 12 से अधिक प्राध्यापक, 30 से अधिक शिक्षक बने हैं. वहीं आठ से अधिक नेट-जेआरएफ हुए. अनेक छात्र बीएचयू आदि में अध्ययन एवं शोध के लिए चयनित हुए हैं. मौके पर डॉ ममता स्नेही, दर्शनशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ शिवानन्द झा तथा संस्कृत-प्राध्यापिका डॉ मोना शर्मा आदि ने भी विचार रखा.
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