अमनौर. सड़क निर्माण कार्य बीच में ही रोके जाने को लेकर ग्रामीणों में नाराजगी देखी जा रही है जिसको लेकर ग्रामीणों ने इसकी लिखित शिकायत स्थानीय सांसद, विधायक से लेकर कार्यपालक अभियंता, सीडीओ तथा ग्रामीण कार्य विभाग दिया है. ज्ञात हो कि प्रखंड के अमनौर -मधुबनी पीएमजीएसवाइ से गोसी अमनौर रामचंद्र सिंह के घर तक बिहार ग्रामीण पथ अनुरक्षण नीति 2018 के तहत लगभग पचास लाख रुपए की लागत से एक किलोमीटर की दूरी तक पीसीसी सड़क का निर्माण किया जा रहा था. जिससे वहां के लोगों में खुशी देखी जा रही थी. लेकिन संवेदक के लापरवाही व मनमानी के कारण मात्र पचास मीटर तक ही पीसीसी कार्य कर छोड़ दिया गया. वहीं मिक्सचर मशीन व अन्य सड़क निर्माण से संबंधित उपकरण भी वहां से लेकर चले जाने से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि संवेदक के लापरवाही व मनमानी के कारण मात्र पचास मीटर तक ही पीसीसी कार्य कर बाकि अधूरा छोड़ कर चले जाने से पीसीसी के अंतिम छोड़ पर ठोकर बन गया है. जिस कारण वहां राहगीरों को आने जाने खतरा बना है. जब कि वहां एक निजी अस्पताल है जहां बराबर रोगियों का आना जाना रहता है. शिकायत कर्ता विशाल गौरव ने बताया कि संवेदक को यह कार्य जनवरी 2026 तक में पूरा करना है लेकिन इसे बीच में ही रोक दिया गया है. यह कार्य में लापरवाही है. उक्त सड़क का निर्माण कार्य जल्द फिर से शुरू नहीं किया गया तो संवेदक तथा विभागीय अधिकारियों के खिलाफ आंदोलन शुरू किया जायेगा. अगर कोई परेशानी है तो इस कार्य कम से कम को नहर तक भी पूरा किया जाये. इसको लेकर विशाल गौरव सहित दो दर्जन से अधिक लोगों ने स्थानीय सांसद राजीव प्रताप रूडी, मंत्री मंटु सिंह, कार्यपालक अभियंता, एसडीओ तथा ग्रामीण कार्य विभाग को लिखित शिकायत किया है. इधर संवेदक से कार्य रोके जाने को लेकर पूछे जाने पर कई अस्पष्ट जवाब नहीं दिया गया.
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