संवाददाता, देवधर . झारखंड राज्य स्वास्थ्य सेवा संघ,(झासा) जिला कार्यकारिणी की पहली बैठक सोमवार को हुई. इसकी अध्यक्षता जिला झासा के अध्यक्ष डॉ अभय यादव ने की. बैठक में मुख्य रूप से संगठन की मजबूती पर चर्चा हुई, साथ ही यह भी निर्णय लिया कि जिले में नियमित अथवा राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत कार्यरत वैसे चिकित्सक, जो अबतक संगठन के सदस्य नहीं बने हैं, उनको सदस्य बनाया जाये. बैठक में राज्य झासा के संयोजक डॉ शरद कुमार ने जिला कार्यकारिणी के सदस्यों से अपील करते हुए कहा कि वे जनहित में प्रत्येक तीन महीने पर संगठन की तरफ से एक स्वास्थ्य शिविर लगाये. झासा के जिला सचिव डॉ प्रभात रंजन ने बताया कि अभी जिले में लगभग 62 चिकित्सक है, जो संगठन के सदस्य है. उन्होंने कहा कि आपातकालीन स्थिति के लिए संगठन में फंड की जरूरत को देखते हुए हमारे पास कुछ राशि जमा रहनी चाहिए, इस प्रस्ताव पर सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि प्रत्येक सदस्य प्रति वर्ष 1000 रुपये संगठन के खाते में जमा करेंगे. राज्य कार्यकारिणी सदस्य डॉ चितरंजन पंकज ने केंद्र और बिहार के तर्ज पर डीएसीपी का भुगतान साथ ओपीडी समय सारिणी में बदलाव को लेकर अपनी बातों को रखा, वहीं राज्य संयोजक डॉ शरद कुमार ने कहा कि ओपीडी समय सारिणी में बदलाव के लिए संगठन की ओर से यह मंत्री को लिख कर दिया गया था. केंद्र और बिहार के तर्ज पर डीएसीपी अवधि का भुगतान किया जाये. बताया कि इस मांग को लेकर जल्द ही संगठन के राज्य स्तरीय पदाधिकारी का शिष्टमंडल विभागीय मंत्री और अपर मुख्य सचिव से मिल कर अपनी बात रखेगा. वहीं राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत सीएचसी सारवां में कार्यरत दंत चिकित्सक डॉ अनुराधा कुमारी को जिला कार्यकारिणी का नया सदस्य बनाया गया. मौके पर उपाध्यक्ष डॉ संचयन, डॉ परमजीत कौर, जिला कार्यकारिणी सदस्य डॉ निताशा, डॉ निवेदिता, डॉ के के सिंह, डॉ अवधेश कुमार सिंह, डॉ अम्बरीष ठाकुर, डॉ अनिल कुमार, डॉ अभिषेक प्रकाश समेत अन्य थे.
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