संवाददाता, देवघर . भादो मेला सोमवार को दूसरे दिन में प्रवेश कर गया. बांग्ला पंचांग के अनुसार यह सावन मास की अंतिम सोमवारी थी.वहीं भादो मास के अनुसार पहली सोमवारी है. इस खास अवसर पर बाबा भोलेनाथ के दर्शन और स्पर्श पूजा के लिए कांवरियों का जनसैलाब उमड़ पड़ा. सुबह से ही बाबा नगरी की सड़कों पर गेरुआ वस्त्रधारी कांवरियों की कतारें श्रद्धा और उत्साह से भरी नजर आयीं. रविवार की रात से ही पंडित शिवराम झा चौक के पास कांवरियों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गयी थी. देर रात तक कांवरियों के आगमन में तेजी दिखी. सोमवार की सुबह, मंदिर के पट खुलने से पहले ही कतार बीएड कॉलेज तक पहुंच गयी. बाबा पर जलार्पण को लेकर कई जगह पर कांवरिये रातजगा करते दिखे. वहीं सुबह चार बजे से ही कूपन सुविधा का लाभ लेने के लिए कांवरिये अपने पुरोहितों से संपर्क कर विशेष कतार में शामिल होने लगे. इधर सुविधा केंद्र होल्डिंग प्वाइंट से निकलने वाली यह कतार बाबा मंदिर के पश्चिम द्वार होते हुए सनबेल बाजार तक फैल गयी. शाम पांच बजे तक 8,995 कांवरियों ने कूपन लेकर जलार्पण कर लिया था. वहीं सामान्य दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की भी भीड़ कम नहीं थी. भादो माह की पहली सोमवारी और बांग्ला सावन की अंतिम सोमवारी का संगम बाबा नगरी में खास धार्मिक माहौल लेकर आया. दिनभर बोल बम और ””हर-हर महादेव”” के जयकारों से वातावरण गूंजता रहा.कतार प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन ने चाक-चौबंद व्यवस्था की थी. भारी संख्या में पुलिस बल और दंडाधिकारी तैनात किये गये थे. विशेषकर टी-जंक्शन पर जाम की स्थिति न बने, इसके लिए पुलिस कर्मी मुस्तैद रहे. भीड़ अधिक होने के कारण मंदिर का पट निर्धारित समय से देरी तक खुला रहा. पट बंद होने तक करीब डेढ़ लाख कांवरियों ने बाबा भोलेनाथ को जल अर्पित किया.
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