चाईबासा.
चाईबासा शहर के सदर बाजार का पास व्यस्ततम मार्ग पर बैंक ऑफ बड़ौदा के पास सोमवार को दिनदहाड़े पांच लाख रुपये की लूट की वारदात से शहरवासी स्तब्ध हैं. दिनभर शहर के चौक- चौराहे पर घटना की चर्चा होती रही. लोगों का कहना है कि शहर में बैंक व आसपास में लूट की घटना नयी नहीं है. इसके पूर्व भी ऐसी घटनाएं होती रही हैं. अपराधी शहर में बैंकों को आसानी से निशाना बनाते रहे हैं.सात मार्च, 2025
बस स्टैंड चौकइसके पूर्व सात मार्च, 2025 को बस स्टैंड चौक पर ग्राहक सेवा केंद्र खुलते ही अपराधियों ने मौजूद दंपती को पिस्तौल का भय दिखाकर 1.60 लाख रुपये लूट लिये थे. संचालक का मोबाइल भी छीन ले गये. अपराधियों का पता लगाने की कोशिश की गयी. पुलिस को अबतक सफलता नहीं मिल पायी है. लूट की वारदात के बाद कई दिनों तक उक्त ग्राहक सेवा केंद्र बंद रहा. इसके बाद संचालक ने कर्ज लेकर लूट के पैसों की भरपाई की.
जुलाई, 2025 : ग्राहक सेवा केंद्र
जुलाई, 2025 में टोंटो थाना क्षेत्र के कुचिया- बड़ा झींकपानी के पास टोंटो प्रखंड के पेरतोल में ग्राहक सेवा केंद्र के संचालक को अपराधियों ने मारपीट कर एक लाख रुपये लूट लिये थे. वहीं, नोवामुंडी एसबीआइ ग्राहक सेवा केंद्र में सुबह साढ़े 9 बजे नकाब पहने दो लोग अंदर गये. बदमाशों ने संचालक शेखर साव की कनपट्टी पर पिस्तौल सटाकर रुपये से भरे बैग और काउंटर में रखे नकद रुपये लेकर फरार हो गये.13 वर्ष पहले : झारखंड ग्रामीण बैंक
वहीं, करीब 13 वर्ष पहले कमिश्नर कार्यालय से 15 से 20 फीट दूर झारखंड ग्रामीण बैंक की शाखा से दिनदहाड़े हथियारबंद पांच अपराधियों ने 15 लाख 88 हजार रुपये लूट लिये थे. उन्होंने कर्मचारी और ग्राहक को बंधक बना लिया था. करीब आधा घंटा लूटपाट के बाद आराम से नीमडीह मोहल्ले की ओर भाग निकले थे. घटना मंगलवार शाम करीब 3.20 बजे को शहर के भीड़भाड़ वाले इलाके में हुई थी. घटना के दौरान बैंक में किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी.
15 व 30 वर्ष पहले : यूनियन बैंक व पीएनबी
सोमवार को जिस बड़ौदा बैंक के पास लूट की घटना हुई, करीब 15 वर्ष पूर्व उसी परिसर में संचालित यूनियन बैंक के कर्मियों को पिस्तौल का भय दिखाकर 3.50 लाख रुपये की लूट हुई थी. वहीं, करीब 30 वर्ष पूर्व पीएनबी में लूट की वारदात हो चुकी है.
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