छपरा. सारण जिले में पुलिस की सख्ती का बड़ा उदाहरण सामने आया है. ट्रक चालकों से अवैध वसूली के एक मामले में दोषी पाये गये एक सिपाही को विभागीय कार्यवाही पूरी करते हुए सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. यह कार्रवाई साफ संदेश देती है कि पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. जानकारी के अनुसार यह मामला जनवरी माह का है. जब जलालपुर थाना क्षेत्र के आइटीबीपी कैंप के पास एनएच-331 पर गश्ती के दौरान अवैध वसूली का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. वीडियो सामने आने के बाद जिलेभर में चर्चा तेज हो गयी और पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे. वरीय पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष ने तुरंत मामले का संज्ञान लिया और जांच का आदेश दिया. जांच की जिम्मेदारी पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) को दी गयी. जांच में सिपाही सुचित पाल दोषी पाये गये. उन्हें पहले निलंबित किया गया था. इसके बाद विभागीय कार्यवाही पूरी कर ली गयी. कार्यवाही में आरोप साबित होने पर उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया गया. वहीं, सारण पुलिस ने इस कार्रवाई को अपनी जीरो टॉलरेंस पॉलिसी का हिस्सा बताते हुए कहा कि जो भी कर्मचारी भ्रष्टाचार या अनुशासनहीनता में लिप्त पाये जायेंगे. उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी. साथ ही जो पुलिसकर्मी ईमानदारी और उत्कृष्ट कार्य करेंगे, उन्हें पुरस्कृत और सम्मानित भी किया जायेगा. वहीं इस मामले में एसएसपी डॉ कुमार आशीष ने कहा कि जनता का विश्वास ही पुलिस की असली ताकत है. आम नागरिक खुद को सुरक्षित महसूस करें और पुलिस पर भरोसा कर सकें. इसके लिए हर स्तर पर सुधारात्मक कदम उठाये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि विभाग का स्पष्ट संदेश है. गलत करने वालों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जायेगा.
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