रांची.
बिहार चुनाव को देखते हुए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने फिलहाल झारखंड में चल रही संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगा दी है. साथ ही प्रदेश के नेताओं को बिहार चुनाव में जुट जाने का निर्देश दिया गया है. ऐसे में भाजपा को नया प्रदेश अध्यक्ष अब बिहार चुनाव के बाद ही मिल पायेगा. इधर, बिहार चुनाव को लेकर प्रदेश भाजपा के नेता जुट गये हैं. संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह समेत पूर्णकालिक कार्यकर्ता बिहार के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में कैंप कर पार्टी के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं. साथ ही केंद्र की मोदी सरकार व नीतीश सरकार की उपलब्धियां बता रहे हैं. प्रदेश महिला मोर्चा की 25 सदस्यीय टीम पहले ही अलग-अलग विधानसभा में स्थानीय नेताओं के साथ समन्वय बना कर काम कर रही है.नौ माह में भी नहीं पूरी हुई संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया
झारखंड विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश भाजपा ने 15 दिसंबर से संगठन महापर्व के तहत सदस्यता अभियान की शुरुआत की थी. इसके बाद संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया शुरू की गयी. इसको लेकर प्रदेश से लेकर जिलों तक प्रभारी बनाये गये, लेकिन नौ माह गुजर जाने के बाद भी अब तक संगठनात्मक चुनाव की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पायी है. बूथ स्तर पर कमेटी का गठन किया गया है, लेकिन अभी सभी मंडलों का गठन नहीं हो पाया है.
अभी 100 मंडलों में सदस्यों के सत्यापन का चल रहा काम
पार्टी सूत्रों के अनुसार, अभी भी लगभग 100 मंडलों में सदस्यों के सत्यापन का काम चल रहा है. मंडल अध्यक्ष की घोषणा के बाद जिलाध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी. 50 प्रतिशत जिलों में संगठनात्मक चुनाव पूरा होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को लेकर केंद्रीय नेतृत्व को अवगत कराया जायेगा. इसके बाद केंद्रीय नेतृत्व की ओर से ऑब्जर्वर नियुक्त कर यहां भेजा जायेगा. तब प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पूरी की जायेगी.
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