भरगामा. प्रभात खबर में बुधवार को प्रकाशित खबर का असर अब दिखने लगा है. प्रखंड के धनेश्वरी टपरा गांव की दशकों पुरानी समस्याओं को उजागर करने के बाद बीडीओ शशिभूषण सुमन स्वयं गांव पहुंचे व हालात का जायजा लिया. उन्होंने ग्रामीणों से संवाद कर भरोसा दिलाया कि उनकी मूलभूत समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर किया जायेगा. बीडीओ ने कहा कि जरूरतमंद परिवारों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. साथ ही गांव को मुख्य सड़क से जोड़ने के लिए सड़क व पुलिया निर्माण का प्रस्ताव भी भेजा जायेगा.
क्या था मामला
आजादी के सात दशक बीत जाने के बाद भी धनेश्वरी टोला के करीब दो सौ आदिवासी परिवार सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा व स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. मंगलवार को ग्रामीणों ने एकजुट होकर भरगामा प्रखंड मुख्यालय पहुंचकर बीडीओ को ज्ञापन सौंपा था. ग्रामीणों ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना, शौचालय, वृद्धा पेंशन, राशन कार्ड व सड़क निर्माण जैसी योजनाओं का लाभ उन्हें आज तक नहीं मिला. बारिश के दिनों में हालात ओर भी खराब हो जाता है. चारों ओर पानी भरने से गांव तालाब जैसा हो जाता है व बीमार लोगों को अस्पताल ले जाना मुश्किल हो जाता है.
ग्रामीणों का आरोप व चेतावनी
भाकपा के प्रखंड सचिव अशोक श्रीवास्तव समेत देवकी देवी, भूदेव उरांव, मंगल सोरेन, संतोष मुर्मू, हंजो मुर्मू, बाबूलाल बैसरा, मनोज किस्कू, दिनेश सोरेन, विजय मुर्मू, संजय हेंब्रम, लखन हेंब्रम, सुनीता मुर्मू, शैली सोरेन, सरिता सोरेन, बबीता टुडू, पूजा बास्की, बसंती बेसरा, कुसुम हेंब्रम, अनीता मुर्मू, मालती कुमारी व अन्य ग्रामीणों ने कहा कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं हुईं तो वे प्रखंड मुख्यालय का घेराव करेंगे व उग्र आंदोलन करेंगे. ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें 15 किलोमीटर दूर भरगामा प्रखंड मुख्यालय तक पैदल जाना पड़ता है.सड़क व पुलिया नहीं होने से गांव पूरी तरह से अलग-थलग हो जाता है. शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधा का अभाव होने से बच्चों का भविष्य अंधकार में है.य ह मामला न सिर्फ ग्रामीणों की दशकों पुरानी पीड़ा को सामने लाता है, बल्कि प्रशासनिक उदासीनता को भी उजागर करता है. ग्रामीणों का कहना है कि सरकार की घोषणाएं व योजनाएं कागजों पर सीमित रह गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

